Thursday, November 21, 2024

राजस्थान पुलिस अफ्रीकी देश टोगो कमांडो को ट्रेनिंग देकर रच रही है इतिहास

जोधपुर: राजस्थान पुलिस इतिहास रचने जा रही है। जी हाँ आप सही पढ़ रहे हैं। आज तक आपने भारतीय सेना और प्रशासन को देश के बाहर ट्रेनिंग लेते हुए सुना होगा,लेकिन मौजूदा समय में राजस्थान पुलिस की टीम अफ्रीकी देश टोगो के 40 कमांडो को ट्रेनिंग दे रही है। ट्रेनिंग सेशन पूरी करने के बाद ये कमांडो अपने देश के राष्ट्रपति की रक्षा की जिम्मेदारी संभालेगें। इसके साथ ही ये देश के सिक्योरिटी में भी अपना अभिन्न योगदान देंगे।

40 कमांडो को ट्रेनिंग

दरअसल, इस महीने से पश्चिमी अफ्रीका की टोगो देश के 40 कमांडो जोधपुर के राजस्थान पुलिस ट्रेनिंग स्कूल आरपीटीसी में ट्रेनिंग के लिए पहुँचे है।
ये पहला मौका होगा जब आरपीटीसी किसी दूसरे देश के कमांडो को यहां ट्रेनिंग दी जा रही है। इन कमांडो की कुल 3 महीने तक ट्रेनिंग चलेगी। इन्हें अदंर और बाहर दोनो जगह ट्रेनिंग दी जा रही है। इसमें नेविगेशन, वेपन ट्रेनिंग, सिक्योरिटी मैनेजमेंट सहित कई तकनीक भी सिखाई जा रही है।

“बहुत ही गर्व की बात”- राजस्थान पुलिस

मी़डिया से बात करते हुए राजस्थान पुलिस ट्रेनिंग सेंटर के प्रिंसिपल हरेंद्र कुमार ने बताया यह जोधपुर और प्रदेश के लिए बहुत ही गर्व की बात है कि टोगो देश ने वीआईपी और राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए जोधपुर की इस एकेडमी को चुना है। यहां पर इनको कमांडो और वीआईपी सिक्योरिटी पर ट्रेनिंग दी जा रही है। यह दो देशों के बीच बहुत अच्छी मित्रता बढ़ने वाले कदम है। इन्हें बताया जा रहा है कि राष्ट्रपति और वीआईपी मेहमानों की सिक्योरिटी कैसे होती है। इसके अलावा बड़े विरोध प्रदर्शन में कैसे भीड़ को कंट्रोल करते हैं।

सुबह 4 बजे से शुरू होती है ट्रेनिंग

उन्होंने बताया कि कमांडो का शेड्यूल काफी टाइट रहता है। ऐसे में इन कमांडो को अवसाद प्रबंधन बारे में भी बताया जा रहा है कि वे कैसे अपने तनाव को दूर कर सकते हैं।जानकारी के लिए आपको बता दें कि टोगो कमांडो 12 जनवरी से ही तीन महीने के ट्रेनिंग के लिए आये है। कमांडो की ट्रेनिंग सुबह 4 बजे उठाने के साथ ही शुरू हो जाता है तथा देर शाम तक चलती है। ट्रेनिंग के साथ साथ इन्हे एकेडमिक पढ़ाई भी करवाई जाती है।

आपको बता दें कि साल 1963 में राजस्थान पुलिस ट्रेनिंग सेंटर की खुला था। इसका उद्देश्य आरएसी कर्मियों और अधिकारियों को बेहतर ट्रेनिंग देने के लिए खोला गया था। उस समय इसका नाम आरएसी ट्रेनिंग सेंटर था, लेकिन साल 1983 में इस सेंटर का नाम बदलकर राजस्थान पुलिस ट्रेनिंग सेंटर रख दिया गया।

Ad Image
Latest news
Related news