Thursday, September 19, 2024

राजस्थान का अनोखा मेला जहां 4 जज नंबर देते हैं पशुओं को

करौली: राजस्थान के करौली में हर साल महाशिवरात्रि के दिन से एक पशु मेले की शुरुआत की जाती है. इस पशु मेले में सारे स्थानीय जानवर आते हैं, जिनमें ऊंट, भैंस, बकरी और बकरा शामिल हैं.

साथ ही इस पशु मेले की खास बात ये है कि इस पशु मेले में जानवरों की एक प्रतियोगिता होती है. इस प्रतियोगिता में पशु की बनावट, उसकी शारीरिक क्षमता, और उसके स्वास्थ और नस्ल के आधार पर पशु को विजेता घोषित किया जाता है.

बता दें कि जो पशु विजेता बनता है उस पशु पालक को इनाम दिया जाता है. पशुओं की इस अनोखी प्रतियोगिता को मेले के पहले और दूसरे दिन देखा जा सकता है.

मेले में अपने-अपने जानवरों को सजा धजाकर पशुपालक करौली के मेला ग्राउंड में स्थित पशु चिकित्सालय में पहुंचते हैं. हर साल होने वाली ये अनोखी प्रतियोगिता करौली में पशुपालन विभाग द्वारा आयोजित की जाती है.

पशुपालन विभाग काम करने वाले और प्रतियोगिता संचालक ललित शर्मा का कहना है कि पशुपालन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से साथ ही पशुपालकों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से हर साल पशु प्रतियोगिताओं का आयोजन महाशिवरात्रि पशु मेले में किया जाता है.

इस बार मेले का उद्घाटन 5 फरवरी को किया गया था. बता दें कि मेले के पहले वाले दिन बकरा और बकरी की प्रतियोगिता का आयोजन हुआ था. इस बार मेले के दूसरे और अंतिम दिन प्रतियोगिता में भैंस और ऊंट की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था.

इस प्रतियोगिता में पशुओं को उनके कद-काठी, उनके नस्ल, रंग साथ ही उस पशु की श्रेणी देखकर उसका स्कोरकार्ड होता है. इस प्रत्योगिता में 4 जज की कमेटी बनाई जाती है जो पशुओं को नंबर देती है. जिस पशु को अपने श्रेणी में सबसे ज्यादा नंबर मिलते हैं उस पशु को विजेता घोषित किया जाता है.

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