जयपुर: राजस्थान के जिले श्रीगंगानगर के घड़साना में बजट का लेकर चर्चा तेज है. राज्य सरकार ने चुनावों को ध्यान में रखते हुए अंतिम बजट प्रस्तुत कर दिया. सीएम गहलोत ने बजट में सभी वर्गों का ध्यान रखा. कई ऐसी योजनाओं को लंबे समय तक क्रियान्वित किया जो आम जनता के लिए जरुरी थीं, जहां एक और उन्होंने महंगाई से जूझ रहे राजस्थान के लोगों को राहत दी है.
वहीं, दूसरी तरफ राजस्थान के कुछ इलाकों के लिए यह बजट निराशाजनक भी रहा है. कहा जा रहा है कि बजट में अनूपगढ़ विधानसभा को कुछ भी नहीं मिला है. अनूपगढ़ को जिला बनाने की मांग, घड़साना में राजकीय महाविद्यालय, घड़साना को नगर पालिका, अनूपगढ़ में डीटीओ ऑफिस, ट्रॉमा सेंटर खोलोने की मांग को दरकिनार कर दिया गया और बजट में अनूपगढ़ विधानसभा के लिए कोई विशेष घोषणा नहीं की गई.
ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष दिलीप सिंह चोटिया ने जानकारी देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने बजट में सभी वर्गो के लोगों का ध्यान रखा है. मुख्यमंत्री ने 75 लाख परिवारों को 500 रुपए में सिलेंडर उपलब्ध करवाने की बजट में घोषणा की है. साथ ही स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उन्होंने 25 लाख रुपए तक का कैशलेस इलाज राज्य के निजी अस्पतालों में चिरंजीवी योजना के माध्यम से दिया है. छात्र-छात्राओं को भी बजट में विशेष प्रोत्साहन दिया गया है.
उन्होंने कहा कि 75 किलोमीटर तक छात्रों को मुफ्त सफर .वहीं, महिलाओं को 50% राशि के साथ रोडवेज में यात्रा का अवसर सरकार की ओर से दिया गया है. यह बजट आम जन के लिए फायदेमंद है, क्योंकि इससे आमजन को महंगाई के दौर में कुछ मिलेगी.
वहीं कांग्रेस कमिटी अध्यक्ष के दावों से इतर पूर्व विधायक शिमला बावरी ने बजट को निराशाजनक बताया है. उन्होंने कहा कि राज्य के बजट में बॉर्डर एरिया की उपेक्षा की गई है. घड़साना में काफी वक्त से नगरपालिका की मांग की जा रही थी, जिस पर राज्य सरकार द्वारा कोई विशेष ध्यान नहीं दिया गया. वहीं, क्षेत्र में राजकीय महाविद्यालय के लिए कई बार ज्ञापन दिए गए पर उसकी भी उपेक्षा की गई है. उन्होंने कहा कि चुनावों को देखते हुए मुख्यमंत्री ने लोक लुभावना बजट पेश किया है. मुख्यमंत्री गहलोत ने केवल थोंथी घोषणा की है जो केवल चुनाव जितने के लिए है.