जयपुर। राइट टू हेल्थ बिल के ड्राफ्ट पर सहमति बन चुकी है अब विधयक को जल्द ही विधानसभा मे पेश किया जा सकेगा।
‘राइट टू हेल्थ बिल ‘ ड्रॉफ्ट पर बनी सहमति
आपको बता दें कि ‘राइट टू हेल्थ’ बिल के ड्राफ्ट पर सहमति बन गई है जिसके उपरांत विधेयक को किसी भी दिन विधानसभा में पेश किया जा सकता है. जानकारी के मुताबिक चिकित्सा मंत्री प्रसादी लाल मीणा के अध्यक्षता में प्रवर समिति की बैठक हुई, इस दौरान बिल के ड्राफ्ट को लेकर सहमति बनी, लेकिन इस बिल को लेकर राज्य के डॉक्टर्स कई दिनों से परेशान है. दरअसल पिछले विधानसभा सत्र में बिल के पेश होने पर चिकित्सकों के विरोध के कारण इसे टाल दिया गया था.
डॉक्टर्स करेंगे धरना प्रदर्शन
आपको बता दे कि डॉक्टर्स इस बिल के विरोध में धरना प्रदर्शन करेंगे. प्राइवेट हॉस्पिटल्स एंड नर्सिंग होम्स सोसाइटी के सेक्रेटरी ने बताया कि यदि सरकार इस बिल को वापस नहीं लेती है तो पूरे राज्य में अनिश्चितकालीन मेडिकल बंद कर दिया जाएगा। डॉ. विजय कपूर ने कहा कि या तो सरकार इस बिल को राइट टू इमरजेंसी ट्रीटमेंट के नाम से लाए या हेल्थ की परिभाषा के अनुसार स्वच्छ पेयजल, उन्होंने कहा कि यह राइट टू हेल्थ बिल हमें किसी भी तरह से मंजूर नहीं है.
‘राइट टू किल’ से किया संबोधित
राज्य के डॉक्टरों ने इस बिल को राइट टू हेल्थ को राइट टू किल नाम दिया है. दरअसल डॉक्टरों का कहना है कि इस बिल के आने के बाद वह मरीजों का फ्री में इलाज करने को मजबूर हो जाएंगे जिससे सभी डॉक्टर्स और हॉस्पिटल्स को भुगतान करना होगा. डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल और सरकार के बीच लम्बे समय से बातचीत चल रही है लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है.