जयपुर। प्रदेश के कई हिस्सों में बेमौसम बारिश ने किसानों की समस्याएं बढ़ा दी है. किसानों को अब सरकार से मुआवजा मिलने की आस है.
बेमौसम बरसात ने किसानों की बढ़ाई चिंता
आपको बता दें कि राज्य में बेमौसम बरसात ने किसानों को रुलाने पर मजबूर कर दिया है. किसान जो भी फसल खेत भी उगाते है, सब इस बेमौसम बरसात के कारण धराशाही हो जाता है. कई जिलों में तेज हवा के साथ बारिश और ओलावृष्टि ने फसलों को जमीन पर बिछा दिया है। करोली समेत बाड़मेर और बूंदी तक प्रकृति कहर बरपा रही है. हालात ऐसी पैदा हो गई हैं कि सभी किसान अब निराश होकर सरकार से मदद की आस लगा रहे हैं.
थार नगरी में मौसम ने बदला रुख
आपको बता दें कि बाड़मेर के थार नगर में बीते कल यानि रविवार को गर्मी और उमस के उपरान्त शाम को अचानक से मौसम ने अपना मिज़ाज बदल लिया। तेज हवाओं के साथ बारिश का दौर एक बार फिर शरू हो गया जिससे बाड़मेर शहर की सड़कों में गड्ढे हो गए. जिले में लगातार बारिश होने से सभी किसान मायूस हो गए. वहीं कुछ दिन पूर्व बरसात ने किसानों की खेतों में खड़ी जीरों और ईसबगोल की फसलों को पूरी तरह बर्बाद कर दिया.
बूंदी में भी मौसम का कहर
आपको बता दें कि बूंदी जिले मे भी बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के चलते फसले तबाह हो गई. दरअसल बजाड गांव के निवासी पृथ्वीराज बैरव की 3 बीघा गेहूं की फसल बर्बाद हो गई थी. जिस वजह से 60 वर्षीय पृथ्वीराज ने आत्महत्या कर ली.
करौली में बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि
बीते कल यानि रविवार दोपहर को मौसम में बदलाव देखा गया था. करोली के कई क्षेत्रों में ठंडी हवाओं के साथ ओलावृष्टि और मध्यम बारिश हुई थी. मौसम विभाग ने बताया कि वायुमंडल के ऊपर एक सर्कुलेटरी सिस्टम बना हुआ है, इसके प्रभाव के चलते तकरीबन 48 घंटो तक बारिश की संभावना बढ़ सकती है.