जयपुर। राजस्थान में गिलास और सिरेमिक उद्योग को बढ़ावा देने की कोशिश जारी है ऐसे में इंडस्ट्रीज को और बढ़ावा देने के लिए संजय अग्रवाल समेत अन्य बड़े बिजनेसमैन ने सरकार को पॉलिसी के अंतर्गत बदलाव करने को कहा.
गिलास इंडसट्री को प्रदेश में बढ़ावा
आपको बता दें कि राजस्थान में बढ़ती प्लास्टिक फैक्ट्रीज के कारण गिलास इंडस्ट्रीज को नुकसान हो रहा है. ऐसे में गिलास इंडस्ट्रीज को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में चित्तौरगढ़ के सोनियाना, नीमराना के पास घिलोथ समेत बीकानेर के गजनेर में स्थापना की जाएगी। जानकारी के मुताबिक असाही इंडिया ग्लास लिमिटेड नए गिलास फैक्ट्री के स्थापना के लिए 1,400 करोड़ रूपए निवेश करेगी। यह फैक्ट्री चित्तौरगढ़ के सोनियाना में स्थापित किया जाएगा।
संजय अग्रवाल ने इसकी महत्ता को किया साझा
आपको बता दें कि ऑल इंडिया ग्लास मैन्युफैक्चरर्स फेडरेशन के प्रेजिडेंट संजय अग्रवाल ने बताया कि सेंट गोबेन, जयपुर टफ, बोरोसिल, पैरीवेयर समेत अन्य बड़ी गिलास कंपनियां काफी समय से ग्लॉस इंडस्ट्री में योगदान दे रही हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार को गिलास इंडस्ट्रीज को बढ़ावा देने लिए पॉलिसी में बदलाव करना चाहिए। संजय अग्रवाल ने कहा कि राजस्थान सरकार ने प्लास्टिक की बोतलों में शराब बेचने पर कोई पाबंदी नहीं लगाई है इससे न सिर्फ, इंडस्ट्रीज का अपितु पर्यावरण को भी नुकसान पहुंच रहा है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय सरकार ने सिंगल यूज़ प्लास्टिक को पहले ही बैन कर दिया है लेकिन अगर राजस्थान में इसे लागू ही नहीं किया जाएगा तो इससे क्या फायदा होगा। अग्रवाल ने प्लास्टिक का विरोध करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने प्लास्टिक उपयोग करने की खुली छूट दे रखी है. प्लास्टिक इंसानों के लिए कभी भी अच्छी नहीं हो सकती, सरकार को इस पर विचार करना चाहिए।
एशिया का सबसे बड़ा गिलास इंडस्ट्री जयपुर में
बता दें कि एशिया की सबसे बड़ा गिलास इंडस्ट्री जो की जयपुर में है उसके संस्थापक निर्मल मुंडारा है. उन्होंने कहा- हमारे पास इस इंडस्ट्री को बढ़वा देने के लिए अधिक क्षमता तो है लेकिन सरकार को पर्यावरण को बचाने के लिए पॉलिसीस में बदलाव की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि न सिर्फ पर्यावरण बल्कि गिलास इंडस्ट्रीज को आगे बढ़ाने के लिए सोचने की जरुरत है.