Friday, November 22, 2024

राजस्थान: फिर सक्रिय होगा पश्चिमी विक्षोभ, मौसम विभाग ने कहा अप्रैल महीने में लू के आसार कम

जयपुर। मार्च के महीने में ‘पश्चिमी विक्षोभ’ का सिलसिला अब अप्रैल के महीने में भी देखने को मिलेगा। मौसम विभाग के मुताबिक अप्रैल के महीने मे लू का असर कम दिखाई देखा।

अप्रैल के महीने मे मौसम

आपको बता दें कि मौसम विभाग के मुताबिक मार्च के महीने में पश्चिमी विक्षोभ का सिलसिला अब अप्रैल के महीने में भी देखने को मिलेगा। शनिवार के दिन मौसम विभाग ने आगामी तीन महीने का वेदर फोरकास्ट जारी किया है. जिसके अनुसार अप्रेल महीने में प्रदेश में हीटवेव के असर कम हैं।जयपुर के मौसम केंद्र के निदेशक राधे श्याम शर्मा ने बताया कि 3 अप्रैल को एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ का आवाहन होगा। जिसके कारण बीकानेर संभाग, जोधपुर व शेखावाटी क्षेत्र में बादल गर्जन के साथ हल्की बारिश भी होगी। अप्रैल महीने के शुरुआती 10 दिन में वेदर सिस्टम का हल्का असर बना रहेगा। जिसकी वजह से तापमान में अधिक इजाफा नहीं होगा। महीने के दूसरे व तीसरे हफ्ते में एंटी साइक्लोन बनने से तापमान में इजाफा हो सकता है। वहीं एक बार फिर से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के आसार हैं। इससे तापमान में गिरावट होगी। वहीं मई-जून में तापमान औसत से ज्यादा रहने की आशंका है।

किसानों की परेशानी बढ़ेगी

बता दें कि लगातार बरसात, तेज हवाएं, ओलावृष्टि जैसी गतिविधियों के चलते किसानों को काफी नुक्सान हो रहा है. किसानों को सरकार द्वारा खराब फसल को लेकर फसल बिमा क्लेम में जो मुआवजा मिलना था वह अभी तक किसानों को नहीं मिला है. सरकार की द्वारा मुआवजा देने की प्रक्रिया जारी है.

क्या होता है पश्चिमी विक्षोभ

आपको बता दें पश्चिमी विक्षोभ को वेस्टर्न डिस्टर्बेंस भी कहा जाता है. यह एक ऐसे तूफान होते हैं जो भारत,पाकिस्तान, पूर्व बांग्लादेश, नेपाल से होकर अधिकतर सर्दियों के मौसम में आते हैं. वेस्टर्न डिस्टर्बेंस भूमध्य सागर, अटलांटिक महासागर और कैस्पियन सागर से वा नमी लाते हैं, जिसके कारण अचानक आंधी, बारिश जैसी गतिविधियां होती हैं. इस तूफान से होने वाली बरसात मानसून की बरसात से अलग होती है.

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