जयपुर: राज्य में मचे घमासान पर कांग्रेस नेता ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तारिफ की है. जयराम रमेश ने कहा कि बतौर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान को बहुत कुछ दिया है. अपनी नीतियों से उन्होंने काफी लोगों को प्रभावित किया है. इसके साथ ही पार्टी के प्रति समर्पण उनके समर्पण से ही राजस्थान में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा सफल हो पाई है.
सचिन पायलट ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस
पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने प्रेस कांफ्रेंस की है. प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने सीएम अशोक गहलोत पर निशाना साधा है. उंन्होने कहा कि जो वादे किए थे उन्हें पूरा नहीं किया। सचिव पायलट ने कहा कि 11 अप्रैल के दिन वह शहीद स्मारक पर अनशन करेंगे। उन्होंने कहा-मेरी चिट्ठी का कोई जवाब नहीं मिला। सत्ता में बनी गहलोत सरकार पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार पर हमारी सरकार ने कोई एक्शन नहीं लिया है.
प्रेस कांफ्रेंस में कही ये बाते
अपने आवास पर प्रेस कांफ्रेंस के दौरान विधायक सचिन पायलट ने कहा कि जब हमारी सरकार बनी थी तब हमने साथ मिलकर भ्रष्टाचार को लेकर कई बाते कही थी लेकिन अब तक यह काम नहीं हुए हैं. उन्होंने कहा कि यह अनशन उन बातों को रखने के लिए किया जा रहा जो अब तक अशोक गहलोत सरकार द्वारा नहीं हुई.
मुख्यमंत्री पर कसा तंज
आपको बता दें कि आज विधायक सचिव पायलट ने प्रेस कांफ्रेंस की. प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि 2013 में कांग्रेस पार्टी की सरकार थी और कांग्रेस चुनाव हार गए थे. उन्होंने कहा कि मुझे कांग्रेस अध्यक्ष बनाया जिसके बाद पूरे पांच साल का कार्यकाल रहा. इस कार्यकाल में वसुंधरा राजे की सरकार रही. इस सरकार में काफी भ्रष्टाचार के प्रकरण सामने आए जिसको हमने उजागर किया और जनता के पास गए. जनता ने कांग्रेस की बात को स्वीकार किया। यही कारण था कि जनता ने कांग्रेस को चुना। उन्होंने कहा कि हमने जनता से वादा किया था. बीजेपी में शासन में करप्शन के मुद्दे आए है जिसे निष्पक्ष और प्रभावशाली तरीके से जांच करवाएंगे। साथ ही दोषियों को सजा भी देंगे। उन्होंने कहा कि मै कभी भी प्रतिरोध की भावना का समर्थन नहीं करता हूं.
मेरी चिट्ठी का नहीं दिया जवाब
सचिन पायलट ने कहा कि सवा साल पहले मैंने सीएम अशोक गहलोत को चिट्टी लिखी थी. चिट्टी में मैंने विस्तार से घटनाक्रम का विवरण किया था. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बने साढ़े तीन साल हो गए है अब हमे अपने वादे पर खरा उतरना चाहिए। प्रेस वार्ता के दौरान आगे बोलते हुए उन्होंने कहा कि मैंने और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शराब माफिया, भूमाफिया के, ललित मोदी को लेकर, खान माफिया को लेकर जो आरोप लगाए थे वो सब पब्लिक डोमेन में है. उन्होंने कहा कि मैंने आग्रह किया था कि हमारी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं होना चाहिए, लेकिन मेरी चिट्टी का कोई जवाब नहीं आया.