जयपुर। राजस्थान में भीलवाड़ा समाज ने एक नई पहल की शुरआत की है. जानकारी के अनुसार जाट समाज में अब किसी भी परिवार में किसी की मृत्यु होने के बाद मौसर समाज स्तर पर न होकर सिर्फ परिवार तक ही सीमित रहेगा।
जाट समाज ने शुरू की नई पहल
आपको बता दें कि राजस्थान के मेवाड़ जाट महासभा भीलवाड़ा के निर्देश में बैठक का आयोजन हुआ था. बैठक में जाट समाज ने एक नई पहल शुरू करने की पहल की. जिसमे अब से जाट समाज में किसी भी परिवार के सदस्य की मृत्यु होने पर मौसर समाज स्तर पर न होकर केवल परिवार तक ही सीमित रखा जाएगा। इसके लिए भी एक मिठाई एक समय के लिए बनाई जाएगी। जानकारी के मुताबिक यह बैठक बनेड़ा के लाम्बिया कला स्थित भैरनाथ के स्थान पर जिलाध्यक्ष देवबक्ष ढाबरढीमामा की अध्यक्ष्ता में सम्पन्न हुई थी.
महामंत्री शोभाराम ने दी जानकारी
बता दें कि राजस्थान मेवाड़ जाट महासभा के महामंत्री शोभा जाट ने जानकारी देते हुए बताया कि समाज में कुक कुरीतियों पर अंकुश लगाने के लिए यह निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा कि मौसर पर अब सिर्फ परिवार के सदस्य ही हिस्सा लेंगे। इसकी अधिकतम सीमा 500 से लेकर 700 लोगों तक ही रखी जाएगा। उन्होंने कहा कि इस दौरान सिर्फ बहन-बेटी को ही कपड़े भेट किए जाएंगे। कपड़ों के साथ में नगद रकम परिवार की मदद करने के लिए दी जा सकती है. उन्होंने कहा कि सोना पहनने पर अंकुश लगाया जाएगा। वहीं महंगी शादियों पर अंकुश लगाने को लेकर उन्होंने कहा कि सगाई के समय सवा तोला सोना, 250 ग्राम चांदी और नगद राशि देने का फैसला किया गया है. उन्होंने कहा कि महंगी शादी की रोकथाम के लिए समाज में सामूहिक विवाह को अब बढ़ावा दिया जाएगा।