जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 11 अप्रैल के दिन अवकाश की घोषणा की है. प्रसिद्ध समाज सुधारक ज्योतिबा फुले जयंती के अवसर पर सीएम ने ये घोषणा की है.
11 अप्रैल को प्रदेश में रहेगा अवकाश
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सार्वजनिक अवकाश प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए प्रदेश में 11 अप्रैल को पूरे राज्य में अवकाश की घोषणा की है. इस अवकाश की खास बात यह है कि अभी तक ज्योतिबा फुले जयंती पर ऐच्छिक अवकाश ही दिया जा रहा था. अशोक गहलोत सरकार की तरफ से आधिकारिक आदेशों में कहा गया कि राष्ट्रीय फुले ब्रिगेड, ममता भूपेश समेत कई सामाजिक संगठनों और जनप्रतिनिधियों ने चिठ्ठी लिखकर सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग की थी.
11 अप्रैल को कार्यक्रम का आयोजन
जानकारी के मुताबिक ज्योतिबा फुले जयंती के अवसर पर राजस्थान में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। वहीं राजस्थान के अलावा भी कई राज्य ज्योतिबा फुले जयंती को मनाएंगे। राजस्थान में ज्योतिबा फुले की प्रतिमा के समक्ष पुष्पांजलि भी अर्पित की जाएगी। इस दौरान ज्योतिबा फुले के योगदान को भी स्मरण किया जाएगा।
विधायक पायलट करेंगे अनशन
कल यानी रविवार को अपने आवास पर विधायक सचिन पायलट ने प्रेस कांफ्रेंस की थी. सचिन पायलट 11 अप्रैल को जयपुर शहीद स्मारक पर अनशन करेंगे। उहोने कहा कि जब हमारी सरकार बनी थी तब हमने साथ मिलकर भ्रष्टाचार को लेकर कई बाते कही थी लेकिन अब तक यह काम नहीं हुए हैं. उन्होंने कहा कि यह अनशन उन बातों को रखने के लिए किया जा रहा जो अब तक अशोक गहलोत सरकार द्वारा नहीं हुई.
कौन थें ज्योतिबा फुले
ज्योतिबा फुले का पूरा नाम ज्योतिराव गोविंदराव फुले है. महात्मा फुले का जन्म 11 अप्रैल 1827 को ब्रिटश भारत के दौरान महाराष्ट्र राज्य में हुआ था. इनका मूल्य उद्देश्य बाल विवाह पर रोक लगाना, महिलाओं को शिक्षा का अधिकार दिलाने समेत कई अन्य सामाजिक मुद्दे थे. उन्होंने महिलाओं के लिए समाज में कई कार्य किए वहीं किसानों की हालत सुधारने के लिए कई प्रयास किए. ज्योतिबा फुले ने अपनी सम्प्पूर्ण पढाई मराठी भाषा में की. इनका विवाह 1840 में सावित्री बाई फुले से हुआ था . शिक्षा की क्षेत्र में दोनों ने साथ मिलकर काम किया। बता दें कि सावित्रीबाई फुले भी एक बड़ी समाज सेविका थीं.