जयपुर : शहीद स्मारक पर अपने ही सरकार के खिलाफ एक दिन के अनशन पर बैठे सचिन पायलट का धरना अब ख़त्म हो गया है। आपको बता दें कि सचिन पायलट ने रविवार 9 अप्रैल को प्रेस कांफ्रेंस कर भाजपा सरकार में हुए भ्रष्टाचार की जांच न होने के खिलाफ महान समाजसेवी ज्योतिबा फुले की जयंती पर 11 अप्रैल को अनशन पर बैठने की बात कही थी।
उनके इस बयान के बाद राजस्थान के राजनीति में खलबली मच गयी और कई तरह के कयास लगाए जाने लगे। इसको लेकर कांग्रेस भी हरकत में आई और राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने बयान जारी करते हुए सचिन पायलट के आरोपों को निराधार बताया और कहा जब से में राजस्थान का प्रभारी बना हूं तब से मेरी लगभग 20 बैठक उनके साथ हुई है लेकिन उन्होंने कभी यह मुद्दा नहीं उठाया। अगर उनको कोई बात रखनी थी तो पार्टी में रखते।
कांग्रेस के एक बड़े नेता है पायलट
अनशन के दौरान मीडिया से बातचीत में पायलट ने रंधावा के आरोपों का जबाब देते हुए कहा की सुखजिंदर सिंह रंधावा कुछ दिन पहले ही प्रभारी बने हैं। मैंने पूर्व के प्रभारियों से भी बात की थी लेकिन यह भ्रष्टाचार का मामला अभी तक बना हुआ है। हमें भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलना चाहिए और भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी
“हमारा मुख्यमंत्री कैसा हो” के लगे नारे
अनशन के दौरान पायलट समर्थकों में काफी उत्साह देखने को मिला। पायलट समर्थकों को हमारा मुख्यमंत्री कैसा हो सचिन पायलट जैसा हो नौर सचिन पायलट जिंदाबाद के नारे लगे।