राजस्थान: कांग्रेस आलाकमान एक बार फिर सचिन पायलट को लेकर फैसला नहीं कर पाया है पायलट के अनशन के बाद कांग्रेस और पायलट दोनों ही अपने अपने कामों में व्यस्त हो गए हैं एक और जहां कांग्रेस प्रदेश प्रभारी ,कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विधायकों से फीडबैक ले रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर सचिन पायलट ने फिर से दौरे शुरू कर दिए हैं।
एक ओर प्रदेश कांग्रेस की राजनीति में चल रहे घटनाक्रम के बीच जहां कांग्रेस प्रदेश प्रभारी ,कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विधायकों से फीडबैक ले रहे हैं तो वहीं पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट शाहपुरा के खोरी गांव में चल रहे महायज्ञ में शिरकत की और धार्मिक मंच से हुंकार भरी। उन्होंने संतो का आशीर्वाद लेकर अपनी ताकत भी दिखाई। हज़ारों लोगों की भीड़ के बीच सचिन पायलट अलग ही जोश में दिखाई दिए। उन्होंने इशारों ही इशारों बहुत कुछ कह दिया।
उन्होंने कहा कि आपस मे लड़ाई-झगड़ा करना, अफवाह फैलाना 30 सेकंड का काम है लेकिन जीवन मे उदाहरण देना आज के समय मे महत्वपूर्ण है. बड़े बुजुर्गों का आर्शीवाद, नौजवानों का साथ और प्यार देश व प्रदेश की सबसे बड़ी पूंजी है। अगर आपस मे गड्ढे खोदे तो कभी हम आगे नहीं जा सकते। जो लोग दरार डालना चाहते है, उन लोगों से हमें बचकर रहना पड़ेगा। समय के साथ साथ कई चुनोतियाँ बढ़ती जाती है। उनका सामना करने के लिए हमें संगठित होना पड़ेगा।
पायलट को याद आया महाभारत का श्लोक
यह इंसान की प्रवृति होती ही कुछ ऐसी है कि वो पीछे मुड़कर देखना भूल जाते है। इसलिए हमेशा हम कौन है, कहाँ से निकलकर आए है, किन लोगों ने हमे बचपन मे वो मूल्य, ताकत दी है, जिनकी बदौलत हम पढ़े लिखे और पदों पर आए तथा नाम कमाया। हमेशा अपनी जड़ों को याद रखना चाहिए। वह पेड़ मजबूत और लंबा होता है जिसकी जड़े मजबूत हो। पायलट ने महाभारत का ”” यदा यदा ही धर्मस्य,गलनिर्भवती भारत ”” श्लोक सुनाकर विरोधियों को मैसेज दिया कि जब धरती पर धर्म की हानि होती है और पाप व अधर्म बढ़ता है तब ईश्वर अवतार लेता है।