जयपुर: अलवर जिले में ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश के चलते अपनी फसलों को लेकर परेशान हो रहे किसानों के लिए एक अच्छी खबर आई है। जहां अलवर जिले भर में 55199 किसानों को कपास, ग्वार, तिल, बाजरा की फसलों को ओलावृष्टि से हुए नुकसान के बदले भरपाई के लिए राज्य सरकार ने करीब 7 महीनों के बाद चार करोड़ रुपए की राहत प्रदान की है। इस राशि का किसानों को वर्षो से इंतजार था।
सहायक सांख्यिकी निदेशक कृषि डॉ. अरविंद सिंह के अनुसार प्रदेश सरकार ने खरीफ की बाजरा, कपास आदि फसलों में ओलावृष्टि एवं बारिश से हुए नुकसान की भरपाई के लिए चार करोड़ रुपए भेजी गयी है। यह राशि पीड़ित किसानों के खातों में सीधी भेजी जा रहीं है। वर्ष 2022 में बाजरा, कपास, तिल आदि फसलें ओलावृष्टि के कारण खराब हो गई थी। जब किसानों को झटका लगा तो सरकार ने नुकसान का आंकलन करवाया। काफी समय से किसान मुआवजे का इंतजार कर रहे थे, जो अब जाकर मंजूर हुआ है। अरविंद ने बताया कि ओलावृष्टि के कारण जिले में लगभग 54861 हेक्टेयर में फसल मे खराब हुआ था। जिन किसानों ने बीमा कराया हुआ है उन किसानों को ही इसका लाभ करीब सात महीने बाद मिल रहा है। सरकार किसान की फसल में 33 प्रतिशत खराब होने तक नुकसान नहीं मानती और ऐसे किसानों को मुआवजे की कोई राहत भी नहीं मिलती है। वहीं 33 प्रतिशत से ज्यादा खराब होने पर प्रति हैक्टेयर के हिसाब से मुआवजे की गणना की जाती है, लेकिन यह राशि फसल खराब की तुलना में काफी कम रहती है। खरीफ की फसल मे हुए नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजे की राशि किसानों के खातों में भेजी जा रही है। दूसरी सूची जैसे ही आएगी तो बाकी किसानों को इसका लाभ मिलने लगेगा।
इन किसानों को अभी भी है इंतजार
जहां बेमौसम बारिश के चलते और ओलावृष्टि के वजह से रबी की फसलों पर भी असर पड़ा है। वहीं रबी की गेहूं , सरसों, जौ सहित अन्य फसलों में हुए भारी नुकसान का मुआवजा को लेकर अभी इन किसानों को थोड़ा और लंबा इंतजार करना पड़ सकता है। क्योंकि इसको लेकर अभी तक सरकार की तरफ से कोई आदेश जारी नहीं किया गया है।