जयपुर। राजस्थान में एक बार फिर नए जिले बनाने की मांग सामने आई है, इस बार दस से अधिक जिलों की मांग की गई हैं बहुत जल्द ही 19 जिलों के अलावा भी नए जिलों के नाम सामने आ सकते हैं।
नए जिलों की मांग जारी
आपको बता दें कि राजस्थान में नए जिलों की मांग शुरू हो गई है। दस से अधिक नए जिले की मांग सामने आई है। नागरिक संगठन और क्षेत्रीय नेता आंदोलन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मालपुरा, फुलेरा, लाडनूं, सुजानगढ़, भीनमाल, गुढ़ामालानी, सोजत, खाजुवाला,निंबाहेणा, जैतारण, खेतड़ी, भिवाड़ी, उदयपुरवाटी और सूरतगढ़ को लेकर अब विचार कर रहे हैं।
जिलों को अंतिम रूप देने का काम जारी
इस दौरान प्रदेश के नए जिलों के गठन की प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंच गई है। जिलों को लेकर रामलुभाया कमेटी की रिपोर्ट आने वाले पांच-सात दिन में राज्य सरकार को मिल जाएगी। इस बीच जिलों के गठन को अंतिम रूप देने के लिए राजस्व विभाग और मुख्यमंत्री कार्यालय में भी काम चल रहा है।
किस जिले में कौन सी तहसील बनेगी ?
रिपोर्ट के मुताबिक कुचामन-डीडवाना जिले में कुचामन, नावां, डीडवाना,परबतसर, मकराना और लाडनूं को शामिल किया जाएगा। दूदू जिले में दूदू, रेनवाल, फुलेरा, जोबनेर, महलां, नरेना, फागी, रूपनगढ़, पचेवर और मालपुरा का कुछ इलाका शामिल होगा। कोटपूतली-बहरोड़ जिले में कोटपूतली, बहरोड़, बानसूर, नीमराणा, विराट नगर, बानसूरऔर शाहपुरा शामिल किया जाएगा। यह जुड़वा जिला होगा।
कोटपूतली-बहरोड़ जुड़वा जिला
क्षेत्रीय चारों विधायकों की सहमति के कारण कोटपूतली-बहरोड़ को संयुक्त जिला बनाया गया है। पर्याप्त जमीन नहीं होने के कारण बहरोड़ के लिए मुश्किल हो रही थी लेकिन वह डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का हिस्सा है और मेट्रो लिंकेज है। सोतावाला में कार्यालयों के लिए दस हेक्टर जमीन भी है। उधर, कोटपूतली में पनियाला के पास 200 बीघा जमीन उपलब्ध है।