जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा आज से शुरू होने जा रहे महंगाई राहत कैंप पर नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और सतीश पूनिया ने तंज कसा।
भाजपा ने महंगाई राहत कैम्प पर की निंदा
गहलोत सरकार के आज से शुरू हुए मंहगाई राहत कैंप पर भाजपा ने सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया। नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने निशाना साधते हुए कहा कि चार साल बाद गहलोत सरकार कुंभकर्णी नींद से अब जागी है. आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी सरकार अपनों से ही राहत ले लेकर पहले वो खुद को सस्ता करती तो बेहतर होता. ट्रांसपेरेसी इंटरनेशनल की रिपोर्ट में राजस्थान में 67 फीसदी लोगों को काम के बदले घूस देनी पड़ रही है. आरपीएससी कलंकित हुई है. सरकार महंगाई राहत शिविर आयोजित कर दौबारा मुख्यमंत्री गारंटी कार्ड बांटने का काम कर रही है. बजटीय घोषणाएं अभी तक शुरू तक न हीं कर पाई है. बिना बजट खोए हुए जन आधार को हासिल करने की कोशिश में लगी सरकार ने राहत शिविरों का कांग्रेसीकरण कर दिया है.
नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने दिया बयान
नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ृ ने कहा कि सरपंच से लेकर तहसीलदार तक और पटवारी से लेकर मंत्रालयिक कर्मचारी तक सब हड़ताल पर है. सरकार ने उनसे लिखित समझौते किए, लेकिन उन्हें लागू नहीं किया. अब लाखों कर्मचारी जब हड़ताल पर होंगे, तो सरकार का महंगाई राहत कैंप सिर्फ दिखावा बनकर रह जायेगा. राठौड़ ने मंहगाई राहत शिविर की प्रक्रिया पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि पहले रजिस्ट्रेशन कराओ, फिर कार्ड लेने आओ. किसान, विकलांग, उपभोक्ताओं को पहले घंटों कतार में खड़ा होना पड़ेगा, फिर उनकी राहत का रजिस्ट्रेशन करेंगे और उसके बाद राहत का सर्टिफिकेट देंगे. ये कैसे मंहगाई राहत कैंप हैं.