जयपुर। प्रदेश में पर्यटन 13 प्रतिशत जीडीपी में योगदान देता हैं. पिछले कुछ सालों के अंतराल में पर्यटन में गिरावट आई है लेकिन अब इसमें उछाल देखने की संभावना है.
पर्यटन में उछाल की संभावना
आपको बता दें कि राजस्थान की कुल जीडीपी में टूरिज्म सेक्टर यानी पर्यटन क्षेत्र अहम भूमिका निभा रहा है, लेकिन पिछले कुछ सालों से राजस्थान में पर्यटन क्षेत्र में भारी गिरावट दर्ज हुई है. इसे बढ़ाने के लिए सरकार निरंतर प्रयास कर रही है. जानकारी के अनुसार इस साल अभी तक 4 लाख पर्यटक राजस्थान में भ्रमण कर चुके हैं. एक्सपेरस्ट्स के मुताबिक राजस्थान टूरिज्म सेक्टर में 102 प्रतिशत की उछाल देखने को मिल सकती है. वहीं प्रदेश किलों और महलों के अतिरिक्त पर्यटन स्थलों का विस्तार करने पर भी विचार कर रहा है। रणथंभौर में प्रसिद्ध बाघ देखे जाने समेत घड़ियालों को देखने के लिए चंबल नदी की सफारी को बढ़ावा दिया जा रहा है. टूरिज्म सेक्टर में वेरायटीज लाने के लिए वाइल्ड लाइफ सेंचुरीज पर भी ध्यान दे रही है.
280 विदेशी टूर ऑपरेटरों ने भाग लिया।
बता दें कि कोविड के कारण तीन साल के ब्रेक के बाद, पर्यटन उद्योग के विशेषज्ञ, टूर ऑपरेटर और होटल व्यवसायी पर्यटन के सबसे बड़े यात्रा मेले के लिए एक साथ आए हैं। इस साल यात्रा मेले में 50 से अधिक देशों के 280 विदेशी टूर ऑपरेटरों ने भाग लिया। राजस्थान की पर्यटन सचिव गायत्री राठौड़ ने कहा, “हम 3 साल बाद जीआईटीबी का आयोजन कर रहे हैं। हम विदेशी पर्यटकों के आगमन को प्री-कोविड स्तर पर लाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि कोविड से पहले 14 से 15 लाख विदेशी पर्यटक राजस्था में आते थे। वहीं मार्च में चार लाख विदेशी पर्यटक राजस्थान आए थे।