बूंदी: संसद भवन को हर कोई नजदीक से देखना चाहता है लेकिन यह हर किसी को नसीब नहीं होता। लेकिन राजस्थान के बूंदी जिले से अलग-अलग उम्र के 106 विद्यार्थियों को संसद भवन (Parliament) के गलियारों में घूमने का मौका मिला। इन बच्चों में संसद में जल्द से जल्द प्रवेश करने का उत्साह नज़र आया। बच्चों ने यहां सबसे पहले संसद भवन का पुस्तकालय देखा। यहां पुस्तकों का विशाल संग्रह देखकर छात्र काफी उत्साहित नज़र आए। इसके बाद बच्चों ने लोक सभा, राज्य सभा और केंद्रीय कक्ष भी देखा। केंद्रीय कक्ष में ये विद्यार्थी उसी जगह बैठे जहां संविधान निर्माण प्रक्रिया के दौरान महान नेताओं ने बैठक की थी।
लोक सभा अध्यक्ष से मिले विद्यार्थी
संसद भ्रमण पर गए विद्यार्थियों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से भी भेंट की। इन विद्यार्थियों से संवाद करते हुए बिरला ने कहा कि यह वहीं संसद भवन है, जहां बाबा साहब अंबेडकर, डॉ. राजेंद्र प्रसाद और सरदार वल्लभ भाई पटेल जैसे महान नेताओं ने बहुत लंबा समय बिताया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन का उल्लेख करते हुए बिरला ने अब जब अमृतकाल में हम विकसित भारत के निर्माण के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहे हैं तो उस संकल्प की सिद्धि में युवाओं को अहम भूमिका निभानी होगी।
बच्चों ने किया ओम बिरला से सवाल
संसद के भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों ने ऐसी कई चीजें नोटिस की जिससे उनकी जिज्ञासा दिखी। विद्यार्थियों ने ओम बिरला से पूछा कि राज्यसभा में कालीन और बैठने की जगह का रंग लाल और लोकसभा में हरा क्यों हैं? सेंट्रल हॉल में बने गुंबद की ऊंचाई कितनी है। संसद के वर्तमान भवन का निर्माण कब हुआ था, जैसे अनेक प्रश्न विद्यार्थियों ने पूछे। बच्चों से प्रश्न से ओम बिरला हैरान दिखे।