जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपना जन्मोत्सव आदिवासियों के साथ मिलकर मनाया। उन्होंने कहा कि आदिवासियों से गहरा प्रेम है इसलिए जन्मदिन घर पर नहीं कोटड़ा के लोगों के साथ मनाता हूं।
आदिवासी के घर पहुंचे सीएम
आपको बता दें कि 3 मई यानी बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का जन्मदिन था। यह उनका 72 वा जन्मदिन था। कोटड़ा और झाड़ोल में सभाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आदिवासियों से गहरा प्रेम है, इसलिए जन्मदिन अकेले घर पर नहीं बल्कि कोटड़ा के लोगों के साथ मनाता हूं। सीएम गहलोत ने बुधवार को कोटड़ा के घाटा में धर्मराम गरासिया के घर पहुंचकर लापसी-पकौड़े का लुफ्त उठाया। मुख्यमंत्री का जन्मदिन मनाने के लिए जनसभा के साथ कोटड़ा, गोगुन्दा, देवला समेत आसपास के गांव के सभी लोग घाटा पहुंचे।
मीठा खिलाकर सीएम का किया स्वागत
बता दें कि मुख्यमंत्री के जन्मदिन के अवसर पर कार्यकर्ताओं ने ढोल-नगाड़े बजाय और मालाएं पहनाकर गहलोत का स्वागत-सत्कार किया। वहीं झाड़ोल में पिंडखजूर खिलाकर और कोटड़ा में गुड़ खिलाकर उनका मुंह मीठा किया।
नदी का पानी प्रदेश में रोकने की बात की
वहीं जनता से फेस टू फेस संवाद करते हुए उन्होंने कहा कि यहां का पानी बहकर गुजरात जा रहा है, वो यहीं रुके, इससे लोगों को सिचाई और पेयजल में काम आएगा। बन रहे बांधों में विवाद मामले को लेकर उन्होंने कहा कि सभी सहयोग करेंगे तो पानी राजस्थान के किसानों के काम आएगा।
सीएम को पहुंचने में हुई देरी
दरअसल सीएम का कोटड़ा पहुंचने का समय दोपहर साढ़े तीन बजे था लेकिन मुख्यम,एंट्री शाम पांच बजे हेलीकाप्टर से आयोजन स्थल पहुंचे। वहीं झाड़ोल में कार्यक्रम 5 बजे रखा गया था, लेकिन सीएम शाम 6.10 बजे यहां पहुंचे। समय कि बात करें तो कोटड़ा में ढाई मिनट और झाड़ोल में 20 मिनट जनसभा को संबोधित किया।