उदयपुर: तीन इंसानों को मौत के घाट उतारने के बाद इंसान के लिए खतरा घोषित हुए टाइगर-104 को हाल ही में रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान से उदयपुर के सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में देर रात छोड़ा गया था। अब बड़ी खबर आई है कि इस टाइगर की मौत हो गई है। फिलहाल मौत के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है। इसके लिए केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण, दिल्ली से ऑफ डिस्प्ले एंड ब्रीडिंग की अनुमति मिलने के बाद टाइगर को यहां लाया गया था।
डीएफओ (DFO) अजय चित्तौड़ा ने बताया कि टाइगर-104 की जैविक उद्यान सज्जनगढ़ में देखभाल की जानी थी। साथ ही ब्रीडिंग से जैविक उद्यान सज्जनगढ़ में उसकी जेनेटिक पुल डायवर्सिटी बढ़ने की संभावना थी। ऑफ डिस्प्ले का मतलब यानी टाइगर को पर्यटकों के सामने नहीं लाता।
विद्या के साथ होनी थी मेटिंग
सज्जनगढ़ बायलॉजिकल पार्क में अभी टाइग्रेस विद्या है। टाइगर-104 की इसके साथ मेटिंग कराई जानी थी। इससे पार्क में टाइगर का कुनबा बढ़ता। जिस एनक्लोजर ने टाइगर-104 को छोड़ा गया था। इसी एनक्लोजर में करीब 7 साल पहले 2015 से 2022 तक उस्तान टी-24 था, जिसके दिसम्बर 2022 में बीमारी के कारण मौत हुई। टी-24 को भी इंसानों के लिए खतरा घोषित किया गया था। क्योंकि टी-24 उस्ताद ने 4 इंसान को मौत के घाट उतार था।
बहुत खूबसूरत माना जाता था T-104
टी-104 को ब्लू आई के नाम से जाना जाता था और वह बहुत खूबसूरत माना जाता था। टी-104 ने रणथंभौर क्षेत्र में 3 लोगों पर हमला कर मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद टी-104 रणथम्भौर की तालडा रेंज के भिड़ नाका स्थित एनक्लोजर में रहा था। मंगलवार सुबह एनक्लोजर में टीम पहुंची और टी-104 को टे्रकुंलाइज किया गया था। इसके बाद चिकित्सकों ने बाघ का स्वास्थ्य परीक्षण किया। फिर सुबह करीब आठ बजे बाघ को सड़क मार्ग से उदयपुर के सज्जनगढ़ बॉयोलोजिकल पार्क के लिए रवाना किया गया। वह रात को यहां पहुंचा।