जयपुर: राजस्थान में विधानसभा चुनाव का शंखनाद करने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजस्थान दौरे पर थे। पीएम ने पहले नाथद्वार स्थित श्रीनाथजी मंदिर में दर्शन किए और उसके बाद राजस्थान में 5500 करोड़ रुपये से अधिक परियोजनाओं का उद्धाटन और शिलान्यास किया। उसके बाद जनता को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जम कर हमला बोला। मंच पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी मौजूद थे। उन्हें प्रधानमंत्री का बयान नागवार गुजरा और बाद में पीएम को नसीहत दे डाली।
सरकारी कार्यक्रमों का मजाक ना बनाए पीएम
सीएम गहलोत ने प्रधानमंत्री का कार्यक्रम समाप्त होने के कुछ घंटे बाद ट्वीट कर लिखा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को आज नाथद्वारा के सरकारी कार्यक्रम में राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में मेरी उपस्थिति में राजनीतिक बयान देकर पूर्ववर्ती सरकारों की आलोचना करने से बचना चाहिए था। मोदीजी ने कहा कि रेलवे लाइन, बिजली की लाइन और मेडिकल कॉलेज पहले ही क्यों नहीं खोल दिए गए? संभवत: मोदीजी भूल गए कि जैसा संवरा हुआ देश उन्हें मिला वो आजादी के 67 साल के विकास के बाद मिला। ये देश एक दिन में नहीं बना है।
1947 में अंग्रेज जैसा भारत छोड़कर गए तब भारत में बिजली की इंस्टॉल्ड कैपिसिटी केवल 1362 मेगावॉट थी जो 2014 तक करीब 2.5 लाख मेगावॉट हो गई। ये महज एक उदाहरण है। शिक्षा, हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर, रेलवे, IT समेत हर क्षेत्र में 1947 से आज तक इसी तरह उत्तरोत्तर बढ़ोत्तरी हुई है।
आज के मोदीजी के भाषण का भावार्थ ऐसा था जैसे किसी 21 साल के नौकरी में आए युवा को बोला जाए कि आप 20 साल पहले ही नौकरी में क्यों नहीं आ गए। मैं श्री नरेन्द्र मोदी से अपील करना चाहूंगा कि एक प्रधानमंत्री के रूप में सरकारी कार्यक्रमों में आपको अपने पूर्ववर्ती नेताओं का अपमान करने की बजाय उनका धन्यवाद करना चाहिए क्योंकि उन्होंने ऐसा देश मोदीजी को सौंपा जिसके कारण आज वो दुनिया में देश का प्रतिनिधित्व कर पाते हैं।