जयपुर। राजस्थान में मई और जून के महीने में सबसे अधिक दो पहियां वाहनों से दुर्घटना होती है. इस पर एक्शन लेते हुए पुलिस ने एक अभियान चलाया है.
पुलिस ने चलाया अभियान
आपको बता दें कि राजस्थान में सड़क पर दुपहियां वाहन से एक्सीडेंट्स होने के कारण पुलिस अब एक्शन मोड़ में आ गई हैं. पुलिस ने इसके बाद 52 हजार 569 दुपहिया वाहनों के चालन काटे। वास्तव में, राजस्थान में मई और जून महीने मौत के महीने माने जाते हैं। पिछले कई वर्षों में इन दो महीनों में कई बाइक सवारों की मौत हो गई है। इसी कारण से पुलिस ने सड़कों पर नजर रखना शुरू कर दिया है। वे युवाओं को समझाने के लिए पहले प्रयास कर रहे हैं। अगर वे सुनने को तैयार नहीं होते हैं तो उनके चालान काटे जाएंगे।
अभियान का लिया जायजा
दरअसल सड़क दुर्घटनाओं में लगातार हो रही युवाओं की मौत ने प्रदेश की पुलिस को परेशानी में दाल दिया है। युवा उनकी चेतावनी के बावजूद सुनने से इनकार करते हैं और हादसों में फंस जाते हैं। इन घटनाओं और मौतों को कम करने के लिए पुलिस सड़कों पर उतर आई है। पुलिस ने बिना हेलमेट लगाए टू-व्हीलर चलाने वालों के खिलाफ एक दिवसीय अभियान चलाया है। राजस्थान पुलिस के एडीजी ट्रैफिक वीके सिंह ने जयपुर शहर के रामबाग और जेडीए सर्कल सहित अन्य स्थानों पर अभियान का आयोजन किया है। इस दौरान पुलिसकर्मी चिलचिलाती हुई गर्मी के बीच सड़क पर उठाकर हेलमेट न लगाने वाले लोगों पर चालन काटे।
हेलमेट बनती है मौत की वजह
जानकारी के अनुसार मई और जून के उष्णकटिबंधीय मौसम में अधिकतर हादसे हुए। इसमें हेलमेट न पहनने का एक मुख्य कारण था जो मौत का दरवाजा खोल दिया। ज्यादातर सड़क हादसों में दो पहिया वाहनों के चालकों को सिर की चोट लगी। इसलिए पुलिस लोगों को समझाती है। वहीं पुलिस ने कहा कि हमने एक दिन की सख्ती से तरुणों को जागरूकता का संदेश दिया है।