Thursday, November 21, 2024

राजस्थान: तूर और उड़द दाल के स्टॉक में आई कमी, दाम चढ़ा परवान पर

जयपुर। स्टॉक में कमी आने की वजह से तूर दाल और उड़द दाल के दामों में उछाल जारी है. छोटे बाजार में अरहर दाल के मूल्य 135 से 140 रुपए तथा उड़द दाल के मूल्य 130 से 135 रुपए प्रति किलो घोषित किए जा रहे हैं।

इन दालों की कीमत में उछाल

आपको बता दें कि शेयर मार्केट में कमी के कारण, अरहर और उड़द दाल के दामों में तेजी आई है। खुदरा बाजार में, अरहर दाल के दाम 135 से 140 रुपए तक और उड़द दाल के दाम 130 से 135 रुपए प्रति किलो बताए जा रहे हैं। इसी बीच, सरकार दामों को कम करने के लिए नई योजनाओं पर काम कर रही है। सरकार अब बाजार में दाल की आपूर्ति को पूरा करने के लिए म्यांमार से इस मामले में आयात करने की संभावना को विचार कर रही है। यह जानकारी हासिल हुई है कि भारत में दालों आयात का 70% हिस्सा अरहर और उड़द दाल का होता है और इन दोनों दालों का भारी मात्रा में म्यांमार से आयात किया जाता है। सूचना के अनुसार म्यांमार में किसान इन दालों को अपने पास जमा कर के रख रहे हैं.

आयत में कमी के चलते उछाल

खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के अध्यक्ष बाबूलाल गुप्ता ने बताया है कि अक्टूबर से पहले नए सीज़न के आने तक दालों के दाम में उछाल आ सकती है। इस बढ़ोतरी का कारण दालों के स्टॉक में कमी होना है। घरेलू व्यापारियों के माध्यम से 250,000 टन उड़द और 100,000 टन अरहर का आयात होने वाला है। लेकिन म्यांमार से आयात होने पर दाल की कीमतों में बड़ी गिरावट हो सकती है। इस साल अरहर का आयात 25 से 28 लाख टन का अनुमान है। यद्यपि, घरेलू बाजार में तुअर दाल की मांग 43 से 44 लाख टन है। उत्पादन तो जुलाई से जून के लिए 42 लाख टन से कम होकर 36 लाख टन का अनुमान है।

म्यांमार में बढ़ी जमाखोरी

जानकारी के आसार म्यांमार के आयातक व्यापारी दालों की जमाखोरी कर रहे हैं. इसी वजह है कि भारतीय बाजारों में स्टॉक की कमी देखि जा रही है. स्टॉक की कमी होने से दलों की कीमत में इजाफा हुआ है. बताया जा रहा है कि घरेलू बाजार में उड़द की दाल की कोई कमी नहीं है लेकिन दाम को बढ़ाने के लिए जमाखोरी की जा रही है.

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