जयपुर। राजस्थान के भीलवाड़ा का विभाजन कर शाहपुरा को जिला बनाने की घोषणा के बाद यहां लगातार टकराव हो रहा है। इसके चलते मांडलगढ़ और बिजोलिया बंद होने के बाद अब शुक्रवार को सम्पूर्ण बनेड़ा बंद रखने की मांग की गई.
शाहपुरा को डिस्ट्रिक्ट बनाने की मांग
आपको बता दें कि भीलवाड़ा से अलग शाहपुरा को डिस्ट्रिक्ट बनाने की मांग चल रही हैं इसी कड़ी में 26 मई यानी शुक्रवार को सम्पूर्ण बनेड़ा बंद करने की मांग की गई। जिसके बाद सभी ग्राम वासियों ने अपना व्यापार सुबह 9: 00 बजे से ही बंद रखा। वहीं पुराना बस स्टैंड के पास सत्यनारायण मंदिर के यहां एकजुट होकर रैली के रोप में उपखंड कार्यालय पहुंचे। साथ ही उपखंड मजिस्ट्रेट निरमा विश्नोई को ज्ञापन दिया गया.
बिजोलिया और मांडलगढ़ इसके पहले थे बंद
बता दें कि इससे पहले भीलवाड़ा जिले से अलग कर नवगठित शाहपुरा जिले को शामिल करने को लेकर मांडलगढ़ और बिजोलिया उप खंड दो दिन पूरे बंद हो चुके है। जानकारी के अनुसार बिजोलिया के खनन क्षेत्र में भी विरोध स्वरूप एक दिन के लिए बंद किया गया था। अब बनेड़ उप खंड बंद हो जाने से नवगठित शाहपुरा जिले में फिर से अधिकारियों की यह परेशानी बढ़ने वाली है कि भीलवाड़ा जिले में किस क्षेत्र को शामिल किया जाए और किस क्षेत्र को नहीं।
शाहपुरा में शामिल होने से संतुष्ट नहीं
अब तक सिर्फ जहापुर उपखंड के लोग की नवगठित शाहपुरा जिले ने शामिल हों से खुश है। भाजपा विधायक जब्बार सिंह उनके क्षेत्र को शाहपुरा ने शामिल करने का विरोध दर्ज करवा चुके है। सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भाजपा विधायक कैलाश मेघवाल को खुश करने के लिए ही शाहपुरा को जिला बना रहे हैं। इनमे से केवल जहाजपुर उप खंड के लोग ही शामिल होने की इच्छा प्रकट कर रहे हैं। बाकी बदनोर, कोटड, बिजोलिया, मांडलगढ़ और बनेड़ा उप खंड इसके विरोध में उतर आए हैं। इसके खिलाफ बाकी हुरडा, आसिंद, बदनोर, कोटडी, मांडलगढ़, बिजोलिया और बनेड़ा उप-खंडों ने विरोध किया है। राजस्व मंत्री राम लाल जाट के निर्वाचन क्षेत्र में मांडल और करेड़ा उप-खंड शामिल होंगे जो कि भीलवाड़ा जिले में हैं। इस तरह, जिले के कुल 16 उप-खंडों में से 7 शाहपुर जिले में और 9 भीलवाड़ा जिले में शामिल होंगे। इस तरह का खाका तैयार किया गया था।