जयपुर: आज देश को नया संसद भवन मिला है। नए संसद भवन के लोकार्पण को बीजेपी और उसके सहयोगी दल ऐतिहासिक क्षण बताते हुए उत्सव की तरह मना रहे हैं तो वहीं कांग्रेस समेत 20 दलों ने उद्घाटन कार्यक्रम का बॉयकॉट किया है। इसी मुद्दे पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रतिक्रिया दी है। वे बोले कि नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री के बजाय राष्ट्रपति को करना चाहिए था। सीएम गहलोत ने आगे कहा कि डेमोक्रेसी में 20 पार्टियों का बॉयकॉट करना दुनिया में गलत मैसेज गया है। ऐसे कार्यक्रम में आप किसी राजनीतिक पार्टी के मुखिया के तौर पर नहीं जाते। यह कदम प्रधानमंत्री और उनकी पार्टी के लिए तकलीफ खड़ा करेगा। हमने राजस्थान विधानसभा के उद्घाटन में राष्ट्रपति, राज्यपाल, स्पीकर, डिप्टी स्पीकर और नेता प्रतिपक्ष भैरोसिंह शेखावत को बुलाया था। हम चाहते तो मुख्यमंत्री से भी उद्घाटन करवा सकते थे।
प्रधानमंत्री के अजमेर दौरे पर साधा निशाना
वहीं नागौर के मौलासर में मीडिया से बातचीत करते हुए सीएम गहलोत बोले कि पीएम के पास बहुत सारे नेता हैं और संसाधन हैं। केंद्रीय नेताओं की फौज बना रखी है लेकिन मुद्दों के नाम पर कुछ भी नहीं है। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी को राजस्थान की जनता कर्नाटक की जनता की तरह जवाब देगी। सीएम गहलोत ने अपने संबोधन में पीएम नरेंद्र मोदी से राइट टू सोशल सिक्योरिटी कानून बनाने की मांग रखी। उन्होंने बोला कि केंद्र सरकार ओल्ड पेंशन स्कीम को नहीं मान रही है। लेकिन हम केंद्र पर दबाव बनाकर पूरे देश में लागू करने के लिए मजबूर करेंगे।