जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे एक बार फिर सुर्खियों में है. 11 जून को पूर्व डिप्टी सीएम द्वारा उनकी आलोचना पर राजे ने जवाब दिया हैं. उन्होंने बगैर नाम लिए गहलोत-पायलट पर निशाना साधा है. पूर्व सीएम ने रामायण का एक प्रसंग सुनाकर अपनी बात कही.
पूर्व सीएम राजे ने साधा निशाना
आपको बता दें कि राजस्थान में चुनावी साल और झारखंड में मिली महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के बीच पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का ‘देव-दर्शन’ जारी है। उनका भक्तिमय अंदाज रविवार को एक बार फिर देखने को मिला, जब वे उत्तराखंड दौरे के दौरान ऋषिकेश पहुंचीं। राजा ने इस स्थान परमार्थ निकेतन आश्रम पर जाकर संत मुरलीधर जी महाराज और स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज के द्वारा राम कथा सुनी, संतों का आशीर्वाद प्राप्त किया और हवन अनुष्ठान में भी भाग लिया। उन्होंने गंगा घाट पर पहुंचकर गंगा मैया की पूजा भी की।
सीएम गहलोत और पायलट पर साधा निशाना
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा ने राजे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट पर भी निशाना साधा। उन्होंने पायलट-गहलोत न नाम लिए बगैर रामायण का एक प्रसंग सुनाकर अपनी बात कही. उन्होंने कहा कि एक समय था जब पिता के आदेश पर भगवाल श्री राम सिंहासन छोड़कर 14 वर्ष तक वनवास गए। भरत को सिंहासन पर बैठाने की भी तैयारी हुई, लेकिन उन्होंने त्याग की मिसाल पेश की। बड़े भाई राम की चरण पादुकाओं को सिंहासन पर रखकर ही शासन चलाया, लेकिन खुद सिंहासन से दूर रहे।
सिंहासन के लिए हो रहा संघर्ष
आगे राजे ने कहा कि एक उस समय का दोनों भाइयों का त्याग देखिये और आज राजस्थान में दो लोगों में सिंहासन के लिए जो संघर्ष हो रहा वो देखिए। कुर्सी के लिए किस तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘एक दूसरे पर तीर चलाए जा रहें है। लोगों के मुख में राम, बगल में छुरी है।