जयपुर। 23 जून को 12:30 बजे राजस्थान बीजेपी भाजपा मुख्यालय से राजभवन तक पैदल मार्च निकालेगी। जानकारी के अनुसार भ्रष्टाचार के विषय में बीजेपी आज गहलोत सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेगी।
बीजेपी आज करेगी आंदोलन
आपको बता दें कि डॉ. किरोड़ीलाल मीणा द्वारा उठाए गए भ्रष्टाचार के विषय ने अब विकराल रूप ले लिया है. 22 जून को डॉ. किरोड़ी लाल मीणा की गिरफ्तारी होने के उपरांत प्रदेश भाजपा ने प्रदेशव्यापी आंदोलन की रणनीति तैयार कर ली है। भ्रष्टाचार के मामले में प्रदेश भाजपा शुक्रवार यानी आज बीजेपी मुख्यालय से राजभवन तक पैदल मार्च निकाल कर भ्रष्टाचार का विरोध करेगी। बता दें कि इस मार्च में बीजेपी के सभी विधायक, पार्टी पदाधिकारी, सांसद उपस्थित रहेंगे। वहीं पार्टी का प्रतिनिधि मंडल राज्यपाल कलराज मिश्रा से मुलाकात करने के उपरांत प्रदेश सरकार की तरफ से किए जा रहे भ्रष्टाचार में जांच के निर्देश देने का अनुरोध करेगी। इसी कड़ी में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भ्रष्ट सरकार के सारे काले कारनामें उजागर किए जा रहे हैं लेकिन पर्याप्त सबूत और तथ्य दिए जाने के बावजूद भी सरकार जांच नहीं करवाना चाहती।
डॉ. किरोड़ीलाल मीणा हुए गिरफ्तार
जलदाय विभाग में हुए हजारों करोड़ रूपए के भ्रष्टाचार को लेकर राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने केंद्रीय सतर्कता और प्रवर्तन निदेशालय में परिवाद दिया था. जिसके बाद डॉ. मीणा जलदाय विभाग के एसीएस के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने अशोक नगर थाने पहुंचे मगर पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने से इंकार कर दिया। इसके बाद डॉक्टर मीणा अशोक नगर पुलिस ठाणे के बाहर धरने पर बैठ गए. 22 जून सुबह 9 बजे ही सांसद किरोड़ी लाल मीणा धरना स्थल से नहाने के लिए जैसे वहां से रवाना हुए उसी वक्त पुलिस ने धरना स्थल को घेर लिया और खड़ी गाड़ियों को क्रेनों की मदद से उठा कर जब्त कर लिया जिसके बाद से वहां पर गहमागहमी का माहौल बन गया. बाद में जब डॉ. मीणा फिर से धरना स्थल की तरफ आने लगे तो पुलिस ने उन्हें बीच रास्ते में ही रोक लिया। जिसके बाद पुलिस उन्हें वहां से लगभग 50 किमी दूर चाकसू थाने ले गई है. जहां पर उनके समर्थक सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते दिखाई दिए.
क्या था मामला ?
बीजेपी सांसद मीणा ने आरोप लगाया है कि खनन विभाग में करीब 66 हजार करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है. इसमें खनिज भंडार में 27 हजार करोड़ रुपये, रेत में 20 हजार करोड़ रुपये, अरावली पहाड़ियों में 10 हजार 800 करोड़ रुपये, हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड में 2500 करोड़ रुपये, जिंदल कोल में 2400 करोड़ रुपये, 2 हजार करोड़ रुपये का बड़ा घोटाला शामिल हैं। आईआरसीसी घोटाले में 1 हजार करोड़ रुपये, सीमेंट ब्लॉक में 1 हजार करोड़ रुपये, स्टांप में 1 हजार करोड़ रुपये और सावर घोटाले में 200 करोड़ रुपये शामिल हैं. वहीं कुछ घोटाला करीब 66 हजार करोड़ रुपये का है. डॉक्टर मीणा इस मामले की एफआईआर दर्ज कराना चाहते थे. इस दौरान उनकी मुलाकात जयपुर पुलिस कमिश्नर से हुई, लेकिन मामला सुलझ नहीं सका.