जयपुर। राजस्थान के प्रकृति और वन्यजीव प्रेमियों को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उपहार दिया है. अब राजस्थान के पाली जिले के देसूरी में लोग लेपर्ड करीब से देख सकेंगे। इसके लिए लेपर्ड कंजर्वेशन रिजर्व विकसित करने की कवायद शुरू हो गई है. जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री ने बजट 2023-2024 में इसके लिए घोषणा की थी.
पाली में लेपर्ड कंजर्वेशन रिजर्व होगा विकसित
आपको बता दें कि पाली में कंजर्वेशन रिजर्व विकसित करने के लिए राज्य सरकार ने मोहर लगा दी है. इसके लिए दो करोड़ रूपए का बजट स्वीकृत किया है. जिसमें रिजर्व क्षेत्र में अलग-अलग कार्य करवाए जाएंगे।
पांच पंचायतों का क्षेत्र होगा रिजर्व
पाली के देसूरी क्षेत्र में स्थित घाणेराव, दूदापुरा, नारलाई, सुमेर और माडपुरा ग्राम पंचायत के क्षेत्र को लेपर्ड कंजर्वेशन रिजर्व के लिए प्रस्तावित किया गया है। इन संबंधित पंचायतों ने एनओसी दे दी है। सरकारी जमीन को विकसित करने के लिए ग्राम पंचायतों को शामिल किया जाएगा। इसके बाद संबंधित पंचायतों के खसरे चिन्हित किए जाएंगे। उसके बाद क्षेत्र को नोटिफाइड किया जाएगा जब आपत्तियों के समाधान के बाद प्रक्रिया शुरू होगी। इसमें विशेषता यह है कि जमीन का टाइटल नहीं बदलेगा। अर्थात जमीन पंचायत के नाम ही रहेगी।
रोजगार के अवसर बढ़ेंगे
लेपर्ड कंजर्वेशन रिजर्व विकसित होने से पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इस क्षेत्र को प्राकृतिक रूप से संरक्षित रखने के साथ ही लेपर्ड की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी। सैलानियों के लिए सफारी और कैंप आकर्षक विकल्प बनेंगे। संबंधित पंचायतों की आय में भी वृद्धि होगी। वन सूत्रों के अनुसार, देसूरी क्षेत्र में लेपर्ड की बहुत संख्या है।