जयपुर: राजस्थान स्कूल शिक्षा विभाग ने 26 जून सोमवार से स्कूल को खोलने का फैसला लिया है। हालांकि अभी स्कूल में अभी विद्यार्थी नहीं आएंगे, लेकिन शिक्षकों को आना पड़ेगा। पूरे प्रदेशभर में चार दिनों तक शिक्षक डोर टू डोर सर्वे करेंगे। इस नए सत्र में विद्यार्थियों का आना 1 जुलाई से प्रारंभ करेंगे। ये शैक्षणिक सत्र पहले 15 मई से शुरू कर दिया जाता था। शिक्षा विभाग ने अपने शिविर पंचांग में 1 जुलाई 2023 से लेकर 30 जून 2024 तक को ही शिक्षा सत्र माना है। इसी के अनुरूप गर्म के अवकाश भी रहेंगे।
नामांकन की राह हो जायेगी आसान
सरकारी विद्यालयों में छात्रों की संख्या बढ़ाने के लिए इस बार राजस्थान स्कूल शिक्षा विभाग का जोर छात्रों की नामांकन संख्या बढ़ाने पर है। इस कार्य के लिए शिक्षकों के पास सिर्फ चार दिन का समय दिया गया है। इस कार्य के लिए स्कूल के शिक्षक समूह बनाकर आस-पास के गांवों में विजिट करेंगे। नए प्रवेश के लिए अभिवाहक से संपर्क करेंगे। सरकारी स्कूल में प्रवेश के लिए प्रेरित करेंगे। क्योंकि निजी स्कूल में प्रवेश के लिए प्रेरित करेंगे। क्योंकि निजी स्कूलों की बढ़ती संख्या और सरकारी स्कूलों में स्टूडेंट्स की घटती हुई संख्या एक बड़ी चुनौती है।
पांच साल की आयु अनिवार्य
नई शिक्षा नीति के तहत पहली कक्षा में प्रवेश के लिए बच्चे की उम्र 5 साल होनी अनिवार्य है। हालांकि निजी स्कूलों में एलकेजी, यूकेजी और नर्सरी जैसी बाल कक्षाएं होने के कारण लोग तीन साल की उम्र में ही बच्चों को प्रवेश दिला देते हैं। ताकि पांच साल पूरे होते ही बच्चे को पहली कक्षा में प्रवेश दिलाया जा सके।
15 जुलाई तक चलेगा प्रवेशोत्सव
राजस्थान में ये प्रवेशोत्सव 15 जुलाई तक चलेगा। इस दौरान शिक्षकों का जनसंपर्क और प्रवेश संख्या बढ़ाने पर जोर रहेगा। वहीं नई शिक्षा नीति के तहत मध्यावधि अवकाश 7 से 19 नवंबर तक मध्यावधि अवकाश रहेंगे, जिसमें सरकारी व निजी स्कूलें बंद रहेंगे।
शीतकालीन अवकाश- 25 दिसंबर से लेकर 5 जनवरी तक होगा जिसमे सरकारी और निजी स्कूलों में शीतकालीन अवकाश रहेंगे। ग्रीष्मावकाश अगले साल 17 मई से लेकर 23 जून तक गर्मी की छुट्टियां रहेगी।