Sunday, November 3, 2024

Rajasthan: पुजारी पर लगे करोड़ों रुपए के गबन का आरोप, कोर्ट ने दिया जांच के आदेश

उदयपुर: उदयपुर संभाग के राजसमंद जिले के नाथद्वार स्थित ग्राम शिशोदा में स्थित सात सौ साल पुराने शिशोदा भेरुजी क्षेत्रपाल के मंदिर के पुजारी समेत चार लोगों पर गबन का आरोप लगा है। चारों आरोपियों पर चढ़ावें के 123 करोड़ रुपए में घपला करने का आरोप है। इस मामले में राजसमंद जिले के खमनौर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है, लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। उसके बाद कोर्ट में इस्तगासा पेश किया गया, जिसके बाद कोर्ट ने राज्य सरकार को इस मामले में उच्च स्तरीय एजेंसी से जाँच कराने का निर्देश दिए हैं।

पुजारियों पर 123 करोड़ के गबन का आरोप

जानकारी के अनुसार राजसमंद जिले के नाथद्वारा स्थित ग्राम शिशोदा में शिशोदा भेरुजी क्षेत्रपाल के मंदिर करीबन 700 वर्ष पुराना है। यहां हजारों-लाखों की संख्या में भक्त आते हैं और चढ़ावा चढ़ाते हैं। कोर्ट में भगवान सिंह ने एक परिवाद पेश किया, जिसमें पुजारी विजय सिंह, मुनीम रूप सिंह, अम्बालाल और गणेश लाल पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। आरोप है कि चढ़ावे के 123 करोड़ रुपए का गबन किया गया है। परिवाद में बताया गया कि हर रविवार को मंदिर में मेला लगता है, जिसमें आठ से दस हजार श्रद्धालु आते हैं। हर वर्ष यहां चार बड़े जागरण होते हैं, जिसमें करिबन पचास हजार भक्त और श्रद्धालु आते हैं। 30 वर्षों से ये सिलसिला जारी है। परिवाद में कहा गया कि देवस्थान विभाग और सरकार द्वारा जब से इस मंदिर की व्यवस्था संभाली गई, तब से मंदिर की मासिक आय करीब 30 लाख से अधिक हो रही है। प्रतिदिन एक लाख रुपए से अधिक की आय हो रही है, लेकिन भोपा विजयसिंह ने साल 2001 से 2021 तक एक भी रुपए का हिसाब नहीं दिया और 123 करोड़ रुपए का गबन किया है।

कोर्ट ने दिया जांच के आदेश

दरअसल आरोप है कि चारों आरोपियों ने मंदिर को वर्षों से अपने नियंत्रण में ले रखा है। परिवाद में आरोप लगाए गए कि कई वर्षों से मंदिर की सम्पत्ति में भारी वित्तीय गबन किया गया। चढ़ावे की राशि भी हड़प ली गई है। मामले को सुनने के बाद राजसमंद के अतिरिक्त न्यायिक मजिस्ट्रेट ने आदेश दिया कि इस मामले की जांच राज्य सरकार की उच्च स्तरीय एजेंसी से कराई जाए। साथ ही कोर्ट ने ये भी कहा कि आदेश की कॉपी स्पीड पोस्ट और ईमेल के मार्फत पुलिस महानिदेशक जयपुर, राजस्थान अतिरिक्त महानिदेशक (अपराध) जयपुर, राजस्थान और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (विजिलेंस), पुलिस मुख्यालय जयपुर, राजस्थान और पुलिस उपमहानिरीक्षक रेंज उदयपुर जिले को प्रेषित की जाए।

Ad Image
Latest news
Related news