Thursday, November 21, 2024

Shankar Meena Hatyakand: शंकर मीणा हत्याकांड मामले में 8 आरोपियों की गिरफ्तारी, ऐसे दिया हत्या को अंजाम

टोंक: राजस्थान के टोंक जिले के पीपलू थाना में 27 जून की रात ट्रैक्टर चालक शंकर मीणा की निर्मम हत्या के मामले में 8 आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है। पुलिस मुख्यालय क्राइम ब्रांच की टीम ने इस मामले का खुलासा करते हुए बजरी रॉयल्टी नाके के 8 कार्मिकों को गिरफ्तार किया है। मामले में अभी भी शेष आरोपियों की तलाश के लिए टीमें गठित कर खोज की जा रही है। साथ ही रॉयल्टी नाकों के मालिक, मैनेजर और लीज धारकों की अपराध में संलिप्तता के बारे में भी एसआईटी द्वारा पूछताछ किया जा रहा है।

क्राइम ब्रांच को सौंपी गई रिपोर्ट

इस पूरे मामले पर डीजीपी उमेश मिश्रा ने बताया कि सीएम कार्यालय के निर्देश पर बीते रविवार 2 जून को इस प्रकरण की जांच पुलिस मुख्यालय क्राइम ब्रांच को सौंपी गई थी। इस मामले पर अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस क्राइम दिनेश एमएन ने बताया कि 27 जून की रात करीब 10:30 बजे टोंक जिले में गाता-डोडवाडी रोड पर ट्रैक्टर चालक शंकर मीणा की हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद दो दिन धरना प्रदर्शन करने हुआ, जिसके बाद 29 जून को घटनास्थल पर मृतक के भाई पिंटू मीणा द्वारा दी गई रिपोर्ट पर थाना पीपलू में मुकदमा दर्ज कर जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश बैरवा को सौंपा गया।

गठित की गई SIT टीम

एडीजी एमएन ने बताया कि मामले के खुलासे के लिए आईजी प्रफुल्ल कुमार के सुपरविजन में एसआईटी गठित की गई। जिसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नेम सिंह, आशाराम चौधरी व राजेश मलिक, पुलिस निरीक्षक रविंद्र यादव व राम सिंह, हनुमान सिंह, एएसआई रामकरण और कॉन्स्टेबल रतीराम शामिल थे।
गठित एसआईटी द्वारा तकनीकी अनुसंधान कर आरोपियों की घटनास्थल पर मौजूदगी सुनिश्चित की। मामले का खुलासा करते हुए टीम ने 8 आरोपियों नीमकाथाना सीकर निवासी सागरमल चौधरी, सुरेंद्र गुर्जर, राकेश उर्फ शेरा जाट, राजेंद्र उर्फ मुकेश जाट व अभिषेक कुमावत, बानसूर निवासी मुकेश तंवर, जोबनेर निवासी महेंद्र सिंह, और सीकर निवासी सतवीर सिंह को गिरफ्तार किया गया।

वहीं एडीजी ने बताया कि यह सभी आरोपी रॉयल्टी नाकों के प्राइवेट कर्मचारी है, जो क्षेत्र में अवैध रूप से गश्त और धरपकड़ करते हैं। घटना के रोज रॉयल्टी नाका पर बजरी के चार ट्रैक्टर आने की सूचना पर आरोपी सागरमल चौधरी ने अलग-अलग रॉयल्टी नाकों से अपने कार्मिकों को बुलाया। फिर सभी बोलेरो में सवार होकर गाता-डोड़वाड़ी रोड पहुंचे।

ऐसे दिया हत्याकांड को अंजाम

एमएन ने बताया कि करीब रात 10:30 बजे शंकर मीणा और एक अन्य व्यक्ति अपने ट्रैक्टर की लाइट बंद कर चल रहे थे। इसी बीच शंकर के दोस्त शक्ति सिंह ने कॉल कर सचेत किया कि आगे रॉयल्टी नाके के आदमी खड़े हैं। सूचना पर शंकर ने ट्रैक्टर से बजरी खाली कर दी और खाली ट्रैक्टर लेकर आगे बढ़ा। तभी बांयी और से रॉयल्टी नाका कार्मिकों ने शंकर के ट्रैक्टर को टक्कर मार दी उन्होंने बताया कि टक्कर से शंकर मीणा का ट्रैक्टर दायीं तरफ घूम कर सड़क के नीचे खेत मे सीमेंट के पोल और कांटेदार बाड़ से टकरा कर रुक गया। उसके बाद आरोपियों ने शंकर मीणा को ट्रैक्टर से नीचे उतारा और उसकी लाठियों से पीट-पीटकर हत्या कर दी। बाद में आरोपी ट्रैक्टर को घुमा कर वापस सड़क पर लाए और घटनास्थल से दूर खड़ा कर दिया तथा अपने वाहन भी वहां खड़े कर दिये।

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