जयपुर। दिल्ली में 6 जुलाई को एआईसीसी ऑफिस में कांग्रेस की महाबैठक हुई. इस महाबैठक से पूर्व और इसके दौरान कयास लगाए जा रहे थे कि पूर्व डिप्टी सीएम को लेकर कुछ बड़ा फैसला हो सकता है. हुआ भी कुछ ऐसा ही. सूत्रों के अनुसार कांग्रेस आलाकमान ने सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच सुलह करा दी है.पार्टी के कहा कि हम एकजुटता के साथ चुनाव लड़ेंगे.
पायलट की मांगों को लेकर बड़ा फैसला
आपको बता दें कि राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस ने तैयारियों का बिगुल बजा दिया है. सूत्रों के अनुसार कांग्रेस आलाकमान द्वारा पायलट की तीनों मांगे मानने पर पायलट अब संतुष्ट हो गए हैं. वहीं सूत्रों के मुताबिक इस सप्ताह पायलट की भूमिका को लेकर भी बड़ा ऐलान होगा। आज के महाबैठक में फैसला लिया गया कि गहलोत सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ जल्द कारवाई की जाएगी। जानकारी के अनुसार इस बैठक में पीसीसी चीफ समेत प्रदेश कांग्रेस के 29 नेता मौजूद थे.
ये हैं पायलट की तीन मांग
पेपर लीक होने से जिन छात्रों को नुकसान हुआ है, उनको मुआवजा दिया जाए
पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता वसुंधरा राजे सिंधियां के खिलाफ भ्रष्टाचार में मामलों की जांच कराई जाए.
राजस्थान लोक सेवा आयोग यानी RPSC को खत्म कर इसका पुनः गठन किया जाए.
कांग्रेस महासचिव ने एकजुटता का दिया बयान
मीटिंग में सीएम और पीसीसी चीफ समेत राजस्थान कांग्रेस के 29 नेता शामिल हुए. सभी नेताओं ने निर्णय लिया कि कांग्रेस राजस्थान चुनाव जीत सकती है. बशर्ते राजस्थान कांग्रेस में एकजुटता हो. आज सभी नेताओं ने एकजुट होकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है.” उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों के जीतने की क्षमता के आधार पर उनका चयन किया जाएगा. उम्मीदवारों की सूची सितंबर के पहले सप्ताह में घोषित की जाएगी.