Thursday, September 19, 2024

Rajasthan Politics: एक साथ दिखें किरोड़ी लाल मीणा और वसुंधरा राजे, त्रिनेत्र गणेश जी के किए दर्शन

जयपुर: राजस्थान में सोमवार को राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की मुलाकात के कई सियासी मायने निकले जा रहे हैं। दरअसल इन दोनों नेताओं की मुलाकात तब हुई है जब सवाईमाधोपुर में बीजेपी की चिंतन बैठक चल रही है। सवाईमाधोपुर को किरोड़ी लाल मीणा का गढ़ कहा जाता है। वे यहां से विधायक रह हैं और वसुंधरा राजे सरकार में मंत्री भी बने थे। ऐसे में फिर अब चुनाव से कुछ महीने पहले यह मुलाकात हुई है।

2023 में दोनों नेताओं की पहली मुलाकात

आपको बता दें की 2023 में यह इन दोनों नेताओं की व्यक्तिगत पहली मुलाकात है। वैसे सभाओं और बैठकों में दोनों नेता कई बार आमने-सामने होते रहें है, लेकिन डेढ़ घंटे की इस मुलाकात के सियासी जगत में कई संदेश निकली जा रही है। सवाईमाधोपुर में साल 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ा नुकसान हुआ था।

त्रिनेत्र गणेश जी का किया दर्शन

सोमवार की सुबह किरोड़ी लाल मीणा और वसुंधरा राजे ने सवाईमाधोपुर में त्रिनेत्र गणेश जी के दर्शन किए। छतरी के नीचे भगवान शिव, भगवान लक्ष्मीनाथ और जैन मंदिर में संभव नाथ भगवान के भी दर्शन किये गए। त्रिनेत्र गणेश जी के दर्शन के बाद दोनों नेता साथ लक्ष्मी नाथ मंदिर का भी दर्शन किया। इस दौरान झालावाड़-बारां के भाजपा सांसद दुष्यंत भी दिखे। बताया जा रहा है की यह मुलाकात पहले से तय नहीं था, लेकिन आज डेढ़ घंटे तक ये दोनों नेता साथ रहे। इस दौरान बड़ी संख्या में वहां इनके समर्थक भी मौजूद रहे। दोनों नेताओं के इस मुलाकात के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है।

राजे ने किया था किरोड़ी का समर्थन

पिछले महीने जब किरोड़ी लाल मीणा घाट की घुणी के पास धरने पर बैठे थे तब उस दौरान मीणा को वसुंधरा राजे ने अपना समर्थन दिया था। उन्होंने ट्वीट के माध्यम से किरोड़ी लाल का समर्थन किया था, मगर मुलाकात नहीं हुई थी। अब जब चुनाव नजदीक है और किरोड़ी लाल मीणा को भाजपा ने राष्ट्रीय कार्यसमिति में जगह दे दी है, तो इस मुलाकात के मायने निकाले जा रहे हैं।

चिंतन शिविर और मुलाकात

आपको बता दें कि सवाईमाधोपुर में भाजपा ने दो दिन का चिंतन शिविर रखा है। सूत्र बता रहे हैं कि यह बैठक भी किरोड़ी लाल मीणा के सुझाव पर सवाईमाधोपुर में की गई है। जहां पर पूर्वी राजस्थान के सभी नेताओं का जुटान हो जायेगा और सभी से मुलाकात भी होगी। इस रणनीति के तरह यह मुलाकात भी हो गई है। सवाईमाधोपुर, दौसा, धौलपुर और भरतपुर में भाजपा को बड़ा नुकसान हुआ था। उसकी भरपाई के लिए अब इस मुलाकात को मजबूत माना जा रहा है।

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