जयपुर: राजस्थान के जयपुर जिले की एक विधानसभा सीट ऐसी है जहां पर भाजपा ने जीत की हैट्रिक लगा दी है। ऐसे में उस सीट पर कांग्रेस को पिछले 15 सालों से हार का सामना करना पड़ रहा है। इस सीट पर कांग्रेस नम्बर दो पर रही है। यहां पर केवल भाजपा का डंका बजता रहा है। हम बात कर रहे है राजस्थान की राजधानी जयपुर की विद्याधर नगर विधानसभा सीट की। इस विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने जीत के सभी पैमाने आजमा लिए मगर कोई युक्ति उसके काम न आ सकी।
हालांकि इस बार यहां पर कई बदलाव की बातें हो रही हैं कि आगामी चुनाव में कुछ नया देखने को मिल सकता है। लेकिन बीजेपी इस सीट को और भी अभेद्य किला बनाने में जुटी हुई है। वो सारे हथकंडे आजमाये जा रहें हैं, जिससे लोगों का विश्वास बना रहे। वहीं वर्ष 2018 में इस सीट के पूर्व प्रत्याशी रहे सीताराम अग्रवाल का कहना है कि पिछली बार निर्दलीय प्रत्याशी ने खेल बिगाड़ दिया था। साथ ही उन्होंने कहा इस क्षेत्र की सबसे बड़ी मांग और जरूरत है बीसलपुर बाँध से पानी की बेहतर सप्लाई, जिसपर काम किया जा रहा है।
जयपुर के अंतर्गत आने वाली विद्याधर नगर विधानसभा सीट राजस्थान की महत्वपूर्ण विधानसभा सीटों में से एक है, जहां 2018 में भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की थी। इस बार विद्याधर नगर विधानसभा सीट का परिणाम किस पार्टी के पक्ष में होगा, यह तो जनता को तय करना है। लेकिन हम आपके लिये लेकर आए हैं विस्तृत कवरेज, जिसमें आप अपने विधानसभा सीट पर प्रत्याशियों की सूची, पार्टी प्रचार व अन्य खबरों के साथ-साथ जान सकेंगे यहां के विजेता, उपविजेता, वोट शेयर और बहुत कुछ।
2018 में बीजेपी की जीत
जयपुर जिले के अंतर्गत आने वाली विद्याधर नगर विधानसभा सीट पर इस समय भाजपा का कब्जा है। 2018 में विद्याधर नगर में कुल 42 प्रतिशत वोट पड़े। 2018 में भारतीय जनता पार्टी से नरपत सिंह राजवी ने कांग्रेस के सीताराम अग्रवाल को 31232 वोटों के मार्जिन से हराया था।
जातिगत समीकरण बड़ी वजह
अगर विद्याधर नगर विधानसभा सीट पर जातिगत समीकरण की बात करें तो यहां का जातिगत समीकरण कुछ ऐसा है, जिससे यहां पर बीजेपी की पकड़ बनी हुई है। इस सीट पर सबसे अधिक 75 से 80 हजार राजपूत हैं, दूसरे नंबर पर 65 से 70 हजार ब्राह्मण, 45 से 50 हजार वैश्य समाज, 25 से 30 हजार एससी-एसटी, 22 से 25 हजार माली समाज और 20 से 22 हजार मुस्लिम समाज के मतदाता हैं। साथ ही इस सीट पर 18 हजार कुमावत, 12 से 15 हजार जाट, 13 हजार खाती और अन्य मतदाता है। इस जातीय समीकरण में भाजपा नेता नरपत सिंह राजवी को जीत मिलती रही है।
1977 से 2018 तक के चुनावी परिणाम
क्या है आंकड़ों की कहानी ?
इस विधानसभा सीट पर कुल मतदाता 3,18,483 हैं। जिनमें से 1,68,158 पुरुष और 1,50,325 महिला वोटर्स हैं। 2018 के चुनाव में इस सीट पर कुल 69.81 मतदान हुआ था और 2013 में 70.15% मतदान हो पाया था। वहीं 2008 में 57.2 प्रतिशत मतदान हुआ था। हर बार मतदान का प्रतिशत बढ़ा और भाजपा का वोट प्रतिशत बढ़ता गया। आंकड़ों की कहानी में इस सीट पर भाजपा को बढ़त मिलती रही।
क्या हैं इस बार के मुद्दे
इस विधानसभा सीट के क्षेत्र में पानी का मुद्दा सबसे बड़ा है। यहां पर बीसलपुर बांध का पानी घर-घर तक लाना और पहुंचाना बड़ी मांग है। मगर अभी तक ऐसा कर पाने में लोग असफल रहे हैं। इसको लेकर के सभी ने चुनावी मुद्दा बनाया तो जरूर, मगर काम पूरा नहीं हो सका है। ऐसे में यहाँ पर इस बार इसी मुद्दे की गूंज सुनाई दे सकती है। लड़कियों के लिए स्कूल का मुद्दा भी बड़ा होने वाला है।
कौन कब रहा विधायक और क्या रही स्थिति ?
विद्याधर नगर विधानसभा सीट पर वर्ष 2018 में भाजपा के नरपत सिंह राजवी को कुल 95599 वोट मिले और कांग्रेस के सीता राम अग्रवाल को 64367 मत मिले। तीसरे नम्बर पर कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी रहे और निर्दलीय विक्रम सिंह शेखावत को 50382 मत मिले थे। इन्हें बड़ा किंग मेकर के रूप में देखा गया था। उसके पहले वर्ष 2013 में नरपत सिंह राजवी को कुल 1,07,068 वोट मिले और कांग्रेस के विक्रम सिंह शेखावत को 69,155 वोट मिले। वहीं वर्ष 2008 में भाजपा के नरपत सिंह राजवी को 64,263 वोट मिले तो विक्रम सिंह शेखावत को 55,223 मत मिले थे। यह चुनाव बेहद कांटे का था।