जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार 31 जुलाई को मुख्यमंत्री आवास से 2,422 करोड़ रुपये की लागत से 1,514 राजस्व गांवों को सड़कों से जोड़ने के कार्यों का शिलान्यास किया। इस कार्यक्रम में सार्वजनिक निर्माण मंत्री भजनलाल जाटव, नेताओं और अन्य अधिकारीयों मौजूद रहें।
गांवों को सड़को से जोड़ने की घोषणा
सार्वजनिक निर्माण विभाग के प्रमुख शासन सचिव वैभव गालरिया ने बताया कि इस राज्यस्तरीय कार्यक्रम का आयोजन दोपहर 12 बजे वर्चुअली आयोजित किया। इसमें संबंधित ग्राम पंचायत स्तर तक के कार्यालय ऑनलाइन जुड़े। गालरिया ने बताया कि मुख्यमंत्री की प्रदेश के गांव-ढाणियों तक विकास की राह को और अधिक मजबूत करने के उद्देश्य से राज्य के गांवों को नवीन सड़कों से जोड़ने की घोषणा की गई थी। आज उसी का सीएम ने शिलान्यास किया है।
इसी क्रम में वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार सामान्य क्षेत्रों में 350 और अधिक आबादी, जबकि जनजातीय और मरुस्थलीय क्षेत्रों में 250 से अधिक आबादी के 778 राजस्व गांवों को 1192 करोड़ की लागत से, जनगणना वर्ष 2011 के बाद घोषित सामान्य क्षेत्रों में 500 और अधिक आबादी, जनजातीय और मरुस्थलीय क्षेत्रों में 250 से अधिक आबादी के 736 राजस्व गांवों को 1230 करोड़ की लागत से सड़कों से जोड़ने के कार्यों का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शिलान्यास किया।
1514 गांवों को नई डामर सड़कों से जोड़ा जाएगा
सीएम ने कहा कि इन गांवों को नई डामर सड़कों से जोड़ा जाएगा। जिससे इन गांवों में शिक्षा, परिवहन, स्वास्थ्य आदि सुविधाएं मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि किसानों को अपनी फसलों को मंडियों तक पहुंचाना आसान हो पाएगा। जिससे उनकी परिवहन लागत कम होगी साथ ही किसानों की आय में वृद्धि होगी। वहीं विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि विभाग द्वारा इन कार्यों को गुणवत्ता मानकों के अनुसार पूरा किया जाएगा, जिससे गांवों से शहरों की दूरी कम होगी और गांवों में उद्योगों का विकास होगा। जिससे नए रोजगार सृजित होंगे।
राज्य के ग्रामीण, जनजातीय और मरुस्थलीय क्षेत्रों में विकास के उद्देश्य से बाड़मेर में 827, जैसलमेर में 74, उदयपुर में 100, जोधपुर में 250, बांसवाड़ा में 35, जयपुर में 5, टोंक में 21, डूंगरपुर में 21 आदि कुल 1514 राजस्व गांवों को नवीन सड़कों से जोड़ने के कार्य तेजी से शुरू किया जायेगा। जिससे गावों में रहने वाले लोगों को फायदा होगा।