जयपुर। राजस्थान में पिछले एक हफ्ते से मौसम शुष्क है. मौसम विभाग के अनुसार एक नया मौसमी तंत्र प्रदेश के कुछ इलाकों में हल्की बरसात ला सकता है।
आगामी दिनों में मौसम के हाल
एक रिपोर्ट के अनुसार दक्षिण पश्चिम राजस्थान के आसपास के क्षेत्रों में दक्षिण में एक चक्रवाती परिसंचरण विकसित हुआ है जो राजस्थान के दक्षिणी जिलों में अलग-अलग क्षेत्रों पर हल्की बारिश दे सकता है। यानी कह सकते हैं कि आने वाले दिनों में राजस्थान में बारिश में कमी आएगी। स्काई मेट वेदर रिपोर्ट के अनुसार पिछले हफ्ते से बंगाल की खाड़ी के ऊपर कोई महत्वपूर्ण वेदर सिस्टम विकसित होते नहीं दिखा है। मानसून की अक्षीय रेखा भी हिमालय की तलहटी में उत्तर की ओर बढ़ गई है। इसके प्रभाव से प्रदेश समेत उत्तर-पश्चिम और पश्चिम भारत में सामान्य से अधिक शुष्क स्थिति बन गई है। रिपोर्ट के अनुसार अगले 3 से 4 दिनों तक मानसून की अक्षीय रेखा अपनी सामान्य स्थिति से उत्तर में रहेगी। यही कारण है कि राजस्थान में किसी महत्वपूर्ण मौसमी गतिविधि के आसार नहीं है।
यहां हुई सबसे अधिक वर्षा
एक रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान में जुलाई महीने में देश में सबसे अधिक वर्षा वाला राज्य बन गया है. जानकारी के अनुसार पूर्वी राजस्थान में 21 फीसदी बारिश दर्ज हुई है वहीं पूर्वी राजस्थान में 93 प्रतिशत बारिश दर्ज हुई है. राजस्थान में दक्षिण, दक्षिण-पश्चिमी, पूर्वी भागों में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है. बता दें, राज्य में अधिक बारिश का कारण बंगाल की खाड़ी के ऊपर दबाव वाले क्षेत्र का निर्माण हो रहा है. इसके अतिरिक्त अरब सागर पर भी चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनना भी एक कारण है.
क्यों कम हुई बारिश
स्काईमेट वेदर रिपोर्ट के अनुसार पिछले हफ्ते से बंगाल की खाड़ी के ऊपर कोई प्रमुख सिस्टम विकसित होते नहीं देखा जा रहा है। मानसून की रेखा भी हिमालय की तलहटी में उत्तर की ओर बढ़ गई है। इसके प्रभाव से प्रदेश सहित उत्तर-पश्चिम और पश्चिम भारत में आम से अधिक शुष्क स्थिति बन गई है। रिपोर्ट के अनुसार अगले 3 से 4 दिनों तक मानसून की रेखा अपनी सामान्य स्थिति से उत्तर में रहेगी। इसलिए राजस्थान में किसी प्रमुख मौसमी गतिविधि की उम्मीद नहीं है।