जयपुर: राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है। इसको लेकर राजस्थान कांग्रेस पॉलिटिकल कमेटी की कल 11 अगस्त को बैठक की गई। राजस्थान पॉलिटिकल कमेटी की बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गुस्से की खबर की चर्चा पूरे राजस्थान में हो रही है। शुक्रवार को संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल जयपुर के कांग्रेस के वार रूम में चुनावी तैयारियों को लेकर बैठक लेने आए थे, मगर जिन नेताओं को पॉलिटिकल अफेयर कमेटी में रखा गया है, उनमें से अधिकतर की सीएम गहलोत ने जमकर क्लास लगाई। कुछ नेताओं पर उनके ओबीसी आरक्षण को लेकर दिए बयान को लेकर बरसे तो कुछ के टिकट को लेकर और मीडिया में दिए बयानों को लेकर उनको कड़ी खोटी सुना दी।
सीएम गहलोत ने इन नेताओं की ली क्लास
सीएम ने जिन नेताओं की क्लास लगाई है, उनमें प्रताप सिंह खाचारियावास, पूर्व सांसद रघुवीर मीणा, रघु शर्मा, सुखराम विश्नोई और निरज डांगी शामिल हैं। हालांकि बाद में केसी वेणुगोपाल ने सीएम भावुक हो गए थे। एक तरफ जहां राजस्थान की राजनीति में सीएम गहलोत के गुस्से की चर्चा हो रही है तो दूसरी तरफ ये सवाल भी चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिर इस मीटिंग में सीएम इतने गुस्से में क्यों आए थे और उनके गुस्से की वजह क्या थी।
मीटिंग के दौरान सीएम गहलोत ने सबसे पहले पूर्व सासंद और सीडब्लूसी मेंबर रघुवीर मीणा की क्लास लगाई। मीणा ने कहा था कि आदिवासी दिवस पर ओबीसी आरक्षण वाली बात ठीक नहीं रही। इतना सुनते ही सीएम ने कहा कि राजनीतिक समझ की तुम्हारी औकात ही क्या है? सलूम्बर को जिला बना दिया। तीन कमेंट ट्विटर पर पढ़कर डर जाते हो।
मेरी चलती तो निकाल देता
वहीं, खाद्य आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचारियावास से मुखातिब होते हुए सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि ‘बोलने की समझ नहीं है, फ़ाउल खेलते हो। मेरी चलती तो रास्ता दिखा देता। सीएम के गुस्से का शिकार राज्यसभा सांसद नीरज डांगी भी बने। गहलोत ने उन्हें कहा कि तीन बार टिकट दिया, हार गया तो राज्यसभा में भेजा, फिर टिकट के लिए घूम रहे हो शर्म नहीं आती। वहीं, रघु शर्मा को फटकारते हुए सीएम बोल पड़े, जातीय जनगणना की बात करते हो, राहुल गांधी से बात क्यों नहीं करते, केकड़ी को जिला बना दिया तो हालत सुधरी है। फिर भी खुश नहीं रहते। इसी तरह श्रम मंत्री, सुखराम विश्नोई से कहा कि ‘मुख्यमंत्री ने कहा आप चुनाव हार रहे थे, खैर मनाओं जिला बना दिया तो स्थिति सुधरी है।
सचिन पायलट को लेकर मतभेद जारी
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गुस्से की वजह पर लगातार चर्चा हो रही है। सवाल है कि आखिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इतने गुस्से में पॉलिटिकल अफेयरकमेटी की मीटिंग में क्यों आए थे। कुछ का कहना है कि इस तरह से दिल्ली से कमेटी बनाना और मीटिंग बुलाना मुख्यमंत्री को नागवार गुजरा है तो कुछ लोगों का कहना है कि कांग्रेस आलाकमान सचिन पायलट को राजस्थान के चुनावी अभियान में साथ रखना चाहता है। इसे लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अभी तक तैयार नहीं है। कांग्रेस आलाकमान का संदेश लेकर केसी वेणुगोपाल मीटिंग से पहले मुख्यमंत्री निवास पहुंचे थे, जिसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मीटिंग में आए तो गुस्से में थे, हालांकि मीटिंग में सचिन पायलट ने कहा कि हमें BJP की आक्रामक प्रचार की तैयारी अभी से करनी चाहिए और एकजुटता के साथ हमें सरकार रिपीट करानी है।