Sunday, September 8, 2024

CM गहलोत ने छात्रों के माता-पिता को दी समझाइश, डमी स्कूल को लिया आड़े हाथ

जयपुर। कोटा में इस साल प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे करीब 20 छात्रों ने आत्महत्या की है. जिसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोचिंग संचालकों संग बैठक कर छात्र-छात्राओं के बढ़ते सुसाइड मामलों पर चिंता जताई है.

कोटा में छात्रों द्वारा खुदकुशी का मामला

कोटा, IIT और NEET परीक्षाओं की तैयारी का एजुकेशन हब है. शुक्रवार शाम को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया। सुसाइड मामले को गंभीरता से लेते हुए सीएम गहलोत ने कमेटी को निर्देश दिया कि कोचिंग संचालकों, अभिभावकों और बच्चों के मां-बाप के सुझाव लेकर 15 दिन के भीतर रिपोर्ट दें.

सीएम गहलोत ने क्या कहा ?

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बच्चों के माता-पिता को समझाते हुए कहा कि आप नौवीं और दसवीं कक्षा के छात्रों को कोचिंग संस्थानों में दाखिला दिलाकर अपराध कर रहे हैं। यह माता-पिता की भी गलती है। छात्रों पर बोर्ड परीक्षाओं को पास करने और प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी करने का बोझ है. यह सुधार का समय है क्योंकि हम युवा छात्रों को आत्महत्या करते हुए नहीं देख सकते। एक भी बच्चे की मौत माता-पिता के लिए बहुत बड़ी क्षति है।

मुख्यमंत्री गहलोत ने जताई चिंता

सीएम गहलोत ने कहा कि आईआईटी कर चुके लोगों का भी ट्रेंड बदल चुका है। ये लोग अब मूल काम करने के बजाए राजनीतिक दलों के लिए सर्वे करते है, पॉलिटिकल पार्टियों के लिए अलग-अलग तरीके से कैंपेन करते हैं। वहीं कोटा में डमी स्कूल व्यवस्था पर भी संज्ञान लिया।

IIT कर चुके लोग राजनीतीक दलों के लिए करते हैं सर्वे

मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि आईआईटी कर चुके लोगों का भी ट्रेंड बदल चुका है यह लोग अब मूल काम करने के बजाए राजनीतिक दलों के लिए सर्वे करते है, पॉलिटिकल पार्टियों के लिए अलग-अलग तरीके से कैंपेन करते हैं।

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