जयपुर। इसरो के पूर्व अध्यक्ष माधवन नायर ने जानकारी देते हुए इस बात को खारिज किया कि रूस चद्रंमा पर पहुंचने की दौड़ में शामिल हैं. उन्होंने कहा कि लूना-25 का दुघर्टनाग्रस्त होना दुर्भाग्यपूर्ण है.
लूना के क्रैश का चंद्रयान-3 पर प्रभाव नहीं
रूस की अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोसमोस ने रविवार को जानकारी देते हुए बताया कि अनियंत्रित कक्षा में प्रवेश करने के बाद लूना-25 यान चंद्रमा पर दुघर्टनाग्रस्त हो गया. रूस के चंद्र मिशन की नाकामी के बाद भारत के शीर्ष वैज्ञानिकों ने चंद्रयान-3 पर लूना-25 के क्रैश होने का कोई असर नहीं होने की बात कही.
पूर्व ISRO चीफ माधवन नायर ने दी जानकारी
पूर्व ISRO चीफ माधवन नायर ने कहा कि चंद्रयान-3 मिशन पूरी तरह से आत्मनिर्भर है और हम रूस पर निर्भर नहीं हैं. अभी रूस के साथ भारत का अंतरिक्ष सहयोग मानव को अंतरिक्ष में भेजने के गगनयान अंतरिक्ष अभियान के लिए भारतीय अंतरिक्ष यात्रियोम को प्रशिक्षण देने तक सीमित है.
सिवन चंद्रयान-2 मिशन के रहें प्रमुख
सिवन ने 2019 में चंद्रयान-2 मिशन को भेजे जाने के समय इसरो के प्रमुख रहे हैं. जब उनसे एक सवाल में पूछा गया कि रूसी मिशन की नाकामी के बाद क्या इसरो साफ्ट लैंडिग से पहले अतिरिक्त दबाव में हैं, तो इस पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि चंद्रयान-3 मिशन योजना के मुताबिक आगे बढ़ रहा है. यह (साफ्ट लैंडिग) योजना के अनुसार होगा। उन्होंने कहा कि हम उम्मीद कर रहे हैं कि इस बार चंद्रयान-2 के उलट यह सतह पर उतरने में सफल रहेगा।
रूस चंद्रमा पर पहुंचने की दौड़ में शामिल नहीं- नायर
पूर्व इसरो चीफ माधवन नायर ने इस चर्चा को खारिज कर दिया कि भारत और रूस चंद्रमा पर पहुंचने की दौड़ में शामिल हैं.