Monday, September 16, 2024

फुटबॉल के मैदान में बेटियों ने बढ़ाया राजस्थान का मान, नेशनल टीम में बनाई जगह

जयपुर। जालोर जिले के डबाल (सांचौर) की भावना और राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गुंदाऊ की छात्रा मूल रूप से नया मोरसीम (बागोड़ा) निवासी मनीषा ने जालोर को 10 से 13 जून 2023 को आयोजित इस राष्ट्रीय फुटबॉल स्पर्धा में भाग लिया।

राजस्थान की बेटियों ने राज्य का नाम किया रोशन

म्हारी छोरियां छोरों से कै कम है। दंगल मूवी का यह चर्चित डायलॉग जालोर की बेटियों पर सटीक बैठता है। करीब दो दशक पहले तक खेल के क्षेत्र में उपलब्धि हासिल करने वाले बेटियों के गिने चुने नाम ही जालोर जिले में थे। लेकिन अब इस मिथक को बेटियों ने अपने बूते तोड़ दिया है। गौरव की बात यह भी है कि जालोर जिले से पहली बार फुटबॉल प्रतियोगिता में इस नेशनल लेवल तक जालोर की ग्रामीण क्षेत्र की ये बेटियां पहुंची और भोपाल (मध्यप्रदेश) में आयोजित 19 वर्षीय बालिका फुटबॉल प्रतियोगिता में भाग लिया।

कोच ने दी ट्रेनिंग

भावना और मनीषा के प्रशिक्षक बताते हैं कि 10 साल पहले तक बेटियों को खेल के मैदान तक भेजने से परिजन कतराते थे। इन बेटियों के कारण गांवों में अब धारणा बदली है। दोनों नेशनल खेलकर लौटी है तो दूसरी बेटियों के हौसले भी बढ़े। प्रशिक्षक हरिराम के पास वर्तमान में 20 के करीब तो प्रशिक्षक गुमानसिंह के पास 30 के करीब बेटियां फुटबॉल खेल का प्रशिक्षण ले रही है। बता दें दोनों ही बेटियों को शुरुआती दिनों में बालिका फुटबॉल खिलाड़ी कम होने पर प्रेक्टिस में दिक्कत होती थी। कोच ने इन्हें लड़कों के साथ ही पे्रक्टिस करवाई। अब भी बेटियों की टीम का कई बार प्रेक्टिस के लिए जूनियर बॉयज टीम से मुकाबला करवाया जाता है।

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