जयपुर। राजस्थान में बिजली संकट इन दिनों प्रदेश की जनता को परेशान कर रहा है. आये दिन किसी न किसी जिले से थर्मल की इकाई ठप पड़ने की खबर सामने आ रही है. वहीं हवा की धीमी रफ्तार के चलते विंज प्लांट से भी पर्याप्त मात्रा में बिजली नहीं मिल पा रही है. जिसके कारण उद्योग व कारखानों के कामकाज भी बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं.
राजस्थान में बिजली ठप
राजस्थान में 6 अलग-अलग उत्पादन यूनिट से 2280 मेगावाट का बिजली उत्पादन ठप हो गया है, जिसके कारण उत्पादन और डिमांड में करीब 1500 मेगावाट का अंतर आ गया है. जिसके बाद राज्य के सीएम अशोक गहलोत ने छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल को पत्र लिखकर मदद मांगी है. चिठ्ठी में राज्य के स्वामित्व वाले पीईकेबी ब्लॉक के संचालन को जारी रखने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार से आग्रह किया है.
सूरतगढ़ में थर्मल इकाई ठप
राज्य में कोटा के बाद अब सूरतगढ़ थर्मल इकाई भी ठप पड़ गई है. सूरतगढ़ थर्मल इकाई की 660 मेगावाट की इकाई ठप हो गई है. दरअसल सूरतगढ की यूनिट 8 में तकनीकी खामी के चलते बिजली उत्पादन ठप पड़ गया है. बता दें कोटा थर्मल की तीसरी इकाई में पहले से 220 मेगावाट उत्पादन ठप पड़ा हुआ है. हवा की धीमी रफ्तार के चलते विंड प्लांट से भी पर्याप्त बिजली नहीं मिल पा रही है.
सीएम गहलोत ने लिखी चिट्ठी
राज्य में बढ़ते बिजली संकट के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल को पत्र लिखा। राज्य में बिजली की डिमांड अधिक होने से जनता को अघोषित कटौती का सामना करना पड़ रहा है. वहीं उद्योगों में भी बिजली संकट के चलते कामकाज बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है. जानकारी के अनुसार प्रदेश से रोजाना रिकार्ड तोड़ 16 हजार यूनिट बिजली की डिमांड आ रही है.