जयपुर। राजस्थान ने मानसून बेहद सुस्त बना हुआ है. वहीं इस वक्त उत्तरी बंगाल की खाड़ी में एक परिसंचरण तंत्र बना हुआ है।
आज का मौसम
मौसम विभाग के अनुसार आगामी 24 घंटों में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। उनका कहना है कि इस तंत्र के प्रभाव से पूर्वी राजस्थान के कोटा, भरतपुर, उदयपुर व जयपुर संभाग के कुछ भागों में 6-7 सितंबर से मेघगर्जन के साथ कहीं-कहीं बारिश की गतिविधियां शुरू होने की संभावना है।
मौसम विभाग ने किया ट्वीट
मौसम केंद्र जयपुर ने एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा कि 3 सितंबर के दूसरे और तीसरे सप्ताह में बंगाल की खाड़ी में बैक टू बैक कम दबाव के क्षेत्र बनने से राज्य के कुछ भागों में मानसून पुन: सक्रिय होने की संभावना है।
8 सितंबर और 9 सितंबर का मौसम
मौसम विभाग ने जानकारी देते हुए बताया कि पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर और बीकानेर संभाग के कुछ भागों में 8 सितंबर और 9 सितंबर को बारिश जैसी गतिविधि होने की संभावना है. वहीं सितंबर के तीसरे हफ्ते में बंगाल की खाड़ी में एक और कम दबाव का क्षेत्र बनने से प्रदेश के कुछ भागों में मानसून गतिविधियां जारी रहने की संभावना है.
अगस्त में सबसे कम हुई बारिश
जानकारी के अनुसार प्रदेश में 86 साल बाद अगस्त में सबसे कम बरसात हुई है। इस साल अगस्त महीने में केवल 30.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जबकि राजस्थान में अगस्त महीने में बरसात का सामान्य औसत 155.7 मिलीमीटर है। मौसम विभाग के मुताबिक सितंबर महीने में भी मानसून की बारिश के कोई खास असर नहीं है लेकिन अगर सिस्टम मिल जाता है तो कुछ बारिश जरूर होगी। इससे किसानों को राहत मिल सकती है।