जयपुर। कोटा में एक के बाद एक कोचिंग संस्थानों में छात्रों द्वारा सुसाइड के मामलों को लेकर खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने चिंता जाहिर की है और कोचिंग सस्थानों से नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि कोचिंग संस्थानों को सिर्फ पैसा कमाने के लिए परमिशन नहीं दी जा सकती, उनकी मोरल ड्यूटी है बच्चों की देखभाल करना। कोचिंग संस्थान वाले नही समझे तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई भी होगी।
मंत्री खाचरियावास ने जताई चिंता
बुधवार को एक और कोचिंग छात्रों के सुसाइड के बाद प्रताप सिंह खाचरियावास अब कोचिंग के नाम पर बड़ी बड़ी कंपनियां खड़ी हो गई है। कोचिंग वाले तय कर लें आप माफिया बनकर सिर्फ पैसे इकट्ठा नही कर सकते, आपकी मोरल ड्यूटी बनती है आप बच्चों को समझे। लाखों करोड़ो कमा रहे हो, क्यों कमा रहे हो, बैग भी दे दिया, यूनिफार्म भी दे दी, डर भी पैदा कर दिया। सरकार ने कमेटी बनाई है। आठवीं के बच्चों को बारहवीं की पढ़ाई करवा रहे हैं, कोचिंग वाले अपनी लिमिट में रहे। ज्यादा करेंगे तो कानून अपना काम करेगा। मनमाने कायदे नही लगा सकते। सुसाइड मामलों में क्या किया कोचिंग वालो ने, आज तक कोई सुझाव दिया, आगे होकर कुछ किया।
कोचिंग संस्थाओं को लगाई फटकार
उन्होंने कहा कि बिना नियम कायदों के हॉस्टल बिल्डिंग बना ली। ये लोग कुछ करके दिखा दे नहीं तो सरकार तो कड़े कदम उठाएगी। सरकार सुसाइड रोकने के लिए अपनी जान लगा देगी। वीकली एग्जाम लेते हैं कोचिंग वाले, कौन है ये, पहले खुद का एग्जाम ले ले। कोचिंग रेगुलेटरी बिल को लेकर उन्होंने कहा कि इसे लेकर तैयारी कर रहे हैं, कैबिनेट में डिस्कस हो चुका है। सरकार की तरफ से सुसाइड रोकने के लिए जो भी कदम होंगे सारे उठाए जाएंगे।