जयपुर: राज्य की उन्नति को बढ़ाने के लिए शुरू किए गए मिशन 2030 अभियान को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अब पूरी तरह से एक्टिव मोड में हैं। ढाई करोड़ लोगों से सुझाव लेने के बाद गहलोत अब इस अभियान को घर-घर पहुंचाने के लिए मिशन 2030 यात्रा पर निकल रहे हैं। 27 सितंबर से शुरू होने वाली इस यात्रा का प्रारंभ जयपुर से होगा। यात्रा के आगाज से पहले गहलोत जयपुर के बिड़ला तारामंडल में राज्यस्तरीय कार्यक्रम में लोगों के साथ विचार-विमर्श करेंगे और उसके बाद यात्रा पर निकल जाएंगे। यात्रा के दौरान गहलोत विभिन्न वर्गों से संवाद करेंगे। ख़ासतौर पर महिलाओं और युवाओं पर खास फोकस रहेगा।
मिशन 2030 यात्रा 9 दिन तक रफ़्तार में रहेगी, जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 3,160 किलोमीटर की यात्रा पूर्ण करेंगे। जनप्रतिनिधि और कांग्रेस मिशन-2030 यात्रा के दौरान मंत्री-विधायकों के साथ-साथ स्थानीय निकायों के कार्यकर्ता भी मुख्यमंत्री गहलोत के साथ यात्रा में शामिल होंगे।
क्या है सीएम का मिशन 2030
राजस्थान मिशन 2030 मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का प्रदेश को बेजोड़ प्रगति के साथ भारत का नंबर वन राज्य बनाने का विजन है। राजस्थान में 30 सितंबर 2023 तक राजस्थान- मिशन 2030 अभियान चलाया जाएगा। जयपुर में आयोजित हुए उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री गहलोत ने इस मिशन लक्ष्य को पूरा करने के लिए राजस्थान के विकास को दस गुना बढ़ाने में महत्व पर जोर दिया। मुख्यमंत्री गहलोत ने विशेषज्ञों, अधिकारियों, गैर सरकारी संगठनों, युवाओं, महिलाओं, छात्रों और जनता सहित विभिन्न समूहों के साथ संवाद किया। जिन्होंने राज्य के विकास के लिए अपनी अपेक्षाओं और विचारों को साझा किया। राजस्थान मिशन 2030 जिसे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा शुरू किया गया है। एक दृढ़ प्रयास है। जिसका उद्देश्य राजस्थान को शक्तिशाली और प्रगतिशील बनाने के लिए कदम उठाना है।
राजस्थान मिशन 2030 का उद्देश्य क्या है?
महिला सशक्तिकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा, सूचना प्रौद्योगिकी, सामाजिक सुरक्षा, रोजगार, आर्थिक विकास, आधारभूत संरचना विकास, सोलर ऊर्जा, अनाज उत्पादन इत्यादि का मॉडल है जो भारत के विकास के लिए विशेष है। राजस्थान मिशन 2030 के सपने को साकार करने में युवाओं की सबसे बड़ी भूमिका रहेगी।
18 जिलों की 38 सीटों पर मुख्य फोकस
सूत्रों से जानकारी मिली है कि यात्रा के दौरान 18 जिलों की 38 सीटों पर मुख्यमंत्री गहलोत का मुख्य फोकस रहेगा, ये वो सीटें हैं जो सर्वे में कांग्रेस के लिए बेहद कमजोर बताई जा रही हैं। पार्टी को भी आशा है कि मुख्यमंत्री के दौरे से यहां पर माहौल में परिवर्तन आ सकता है। इन 38 सीटों में खींवसर और जैसलमेर जैसी सीटें भी प्रमुख हैं। दो चरणों में निकलेगी यात्राः यात्रा का पहला चरण 27 से 30 सितंबर तक होगा और दूसरा चरण 3 से 7 अक्टूबर तक होगा।
इन जिलों से गुजरेगी यात्रा
सीकर, चूरू, नागौर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, पाली, सिरोही, जालौर, राजसमंद, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और चित्तौड़गढ़ से यात्रा गजरेगी। यात्रा का आगाज जयपुर से तो समापन जैसलमेर से होगा।
इन मंदिरों के दर्शन करेंगे प्रदेश सरकार
यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री गहलोत 10 प्रमुख मंदिरों के भी दर्शन करेंगे। इनमें सीकर के खाटूश्याम जी, चूरू के सालासर धाम, बीकानेर की करणी माता और बांसवाड़ा के बेणेश्वर धाम प्रमुख है।