जयपुर: भारत और कनाडा के बीच विवाद का कारण बने खालिस्तान कि नज़रें अब राजस्थान तक पहुंच गई है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने खालिस्तान को समर्थन करने वालों पर राजस्थान के करीब 13 जिलों में छापेमारी की है। राजस्थान के हनुमानगढ़, झुंझुनूं और जोधपुर में बीती रात से ही एआआईए ने छापेमारी की है। इनमें से कई शहरों में आज सुबह तक कार्रवाई की गयी है। श्रीगंगानगर के सूरतगढ़ और राजियासर थाना इलाके में छारे मारे गए। एक छात्र नेता के यहां भी रेड डाली गई है। अधिकारी लगातार पूछताछ में जुटे है। लेकिन स्थानीय पुलिस अधिकारियों से इस संबंध में कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई है। छापों के बारे में एनआईए ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। लेकिन जोधपुर पुलिस से विधान मांगा गया है। बताया जा रहा है कि जोधपुर में गैंगस्टर के खालिस्तान समर्थकों से लिंक होने की जानकारी मिली है। एनआईए को कुछ सुराग मिले है। उसी के आधार पर एनआईए ने आज राजस्थान समेत कई राज्यों में छापे मारे है।
जैसलमेर के व्यक्ति को हिरासत में लिया
एनआईए की टीम ने जैसलमेर के पोकरण इलाके के रामदेवरा, पोकरण और छायण गांव में कुछ लोगों से पूछताछ की। इस दौरान कनाडा में संचालित हो रहे खालिस्तान नेटवर्क से बातचीत करने वाले लोगों से जांच पड़ताल की जा रही है। जानकारी के अनुसार छायण गांव में एक व्यक्ति को एनआईए द्वारा हिरासत में लिया गया है। पकड़े गए व्यक्ति से खालिस्तानी नेटवर्क का खुलासा करने की कोशिश की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक एनआईए को इनपुट मिला था कि पकड़ा गया व्यक्ति कनाडा में खालिस्तान के लोगों के संपर्क में है। हालांकि, इसको लेकर अभी तक कोई भी आधिकारिक बयान नहीं आया है। देश में खालिस्तानी सोच को दोबारा जिंदा करने के लिए फंडिंग पर जोर दिया जा रहा हैं। एनआईए ने हाल ही में एक खालिस्तानी समर्थक को हिरासत में लिया था, उसके पास से बड़ी संख्या में ट्रांजैक्शन की डिटेल और कई राज्यों में उनके समर्थकों की जानकारी मिली थी। खालिस्तानी समर्थक से मिली डिटेल की जांच की गई तो एनआईए को एक बड़ा इनपुट देश में बढ़ रहे खालिस्तानियों का मिला। एनआईए की टीमों ने देर रात देश में और राजस्थान के 13 जिलों में छापेमारी की।
क्या खालिस्तानियों के टारगेट पर राजस्थान?
यह पहली बार नहीं है, जब राजस्थान में खालिस्तानी सोच रखने या उसके समर्थक मिले हों। इससे पहले भी कई बार एनआईए और लोकल टीमों के द्वारा इस तरह की सोच रखने वालों को पकड़ा गया। यही नहीं राजस्थान पुलिस की डायरी में भी इन लोगों के नाम पहले से शामिल है। दो दशक पहले भी खालिस्तानियों ने राजस्थान को अपना टारगेट बनाया था, लेकिन उस दौरान वह सफल नहीं हो सके थे। सूत्रों के मुताबिक एक बार फिर राजस्थान पर खालिस्तानियों की नजर है।