Thursday, September 19, 2024

Rajasthan: PM मोदी का तंज चुनाव से पहले गहलोत सरकार ने मान ली अपनी हार

जयपुर: राजस्थान में जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे है, वैसे-वैसे राज्य में सियासी पारा तेजी से बढ़ता जा रहा है. इसके साथ ही विपक्ष और सत्ता धारी के बीच लगातार जुबानी जंग भी तेज हो गई है. इस बीच प्रधानमंत्री मोदी कल यानी 2 अक्टूबर को सात दिनों के अंदर राजस्थान के दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने चित्तौगढ़ के सावंलिया सेठ का दर्शन किए उसके बाद एक बड़ी जनसभा को संबोधित भी किए. कार्यक्रम को सम्बोधित करने के दौरान PM मोदी ने राज्य सरकार पर जम कर तीखा हमला किया और गहलोत सरकार पर सवाल भी उठाया, इस दौरान उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार ने पहले ही स्वीकार कर लिया कि राजस्थान में भाजपा की सरकार बनने जा रही है. साथ ही कहा कि चुनाव में कमल ही खिलेगा और हर उम्मीदवार कमल का फूल होगा।

मोदी का गहलोत पर कटाक्ष

बीते दिन यानी 2 अक्टूबर को मोदी जनसभा को संबोधित करते हुए गहलोत सरकार को निशाना बनाया, उस दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने चुनाव होने से पहले ही हार को स्वीकार कर लिया है, तभी तो राज्य सरकार ने कहा है कि अगर भाजपा राजस्थान का सत्ता संभालती है तो ऐसे में कांग्रेस द्वारा लागू किया हुआ जनहित योजना को बंद नहीं किया जाना चाहिए। इतना ही नहीं मोदी ने भ्रष्टाचार, पेपर लीक, गुंदागर्दी जैसे तमाम संदिग्ध मामलों पर गहलोत सरकार पर हमला किए. कार्यक्रम के दौरान PM मोदी ने 7200 करोड़ की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया. इसके साथ मेवाड़ की सभी 26 सीटों पर इशारा किया।

लाइम लाइट में जोशी और कमल का फूल

आपको बता दें कि PM मोदी भजपा प्रदेशाध्यक्ष सी. पी. जोशी को हेलीपेड से सावंलिया सेठ मंदिर तक अपने कार में लेकर पहुंचे। इससे स्पष्ट हो गया कि राजस्थान में उन नेताओं को संदेश मिला जो संगठन और संगठन प्रमुख से खुद को बड़ा समझ रहे हैं। बताया जा रहा है कि इतिहास में पहली बार हुआ है राजस्थान में किसी नेता को प्रधानमंत्री खुद अपनी कार में लेकर सभास्थल पहुंचे। इसी के साथ उन्होंने स्पष्ट किया कि राजस्थान में इस साल चुनाव में पार्टी का कोई चेहरा नहीं होगा, कमल का फूल ही उम्मीदवार घोषित होगा। आपको बता दें कि मेवाड़ के लिए एक किस्सा बहुत प्रसिद्ध है, कहा जाता है कि जिसका मेवाड़ उसका सत्ता लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव में यह मिथक टूट गया, क्योंकि उस समय 26 सीटों में 16 सीट भाजपा के झोली में गई थी , लेकिन सरकार कांग्रेस की बनी.

मेवाड़ का ज़िक्र

यह माना जाता रहा कि मेवाड़ की तरफ से ही जीत का रास्ता तय होता है। हालांकि, पिछले चुनाव में यह मिथक टूट गया, क्योंकि यहां 26 में से 16 सीट भाजपा ने जीती, लेकिन सरकार नहीं बन पाई। चित्तौड़गढ के सांसद सी.पी. जोशी मेवाड और राजस्थान के विकास के हर मुदृदे को संसद में उठाते रहे हैं। अब मेवाड़ की आवाज पूरे राजस्थान में गूंजेगी।

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