Thursday, November 21, 2024

Rajasthan Election 2023 : राजस्थान में कांग्रेस का जन जागरण अभियान जारी

जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव के तारीख का एलान हो चुका है। आपको बता दें किप्रदेशभर में 25 नवंबर को मतदान है। ऐसे में चुनावी परिणाम 3 दिसंबर को जारी किये जायेंगे। कांग्रेस का जन जागरण अभियान आज से शुरू हो गया है। पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) के मुद्दे पर भाजपा को घेरने के लिए कांग्रेस ने यह अभियान की शुरुआत कर दी है। इस अभियान को सार्थक बनाने के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, CM अशोक गहलोत, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट सहित कांग्रेस के कई दिग्गज नेता बारां में एकत्रित हुए है।

प्रियंका गांधी भी राजस्थान का दौरा करेंगी

सभा में पहुंचे दिग्गज नेता जनसभा को भी संबोधित किए है। दोपहर करीब एक बजे के आसपास बारां के डोल तालाब पर जनसभा की शुरुआत हुई । खान मंत्री प्रमोद जैन भाया और बारां विधायक पानाचंद मेघवाल के अनुसार डोटासरा 12:30 बजे बारां पहुंचे थे। यहां राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ईआरसीपी यात्रा का शुभारंभ किय। 20 अक्टूबर को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी राजस्थान का दौरा करेंगी। बता दें कि बीजेपी और पीएम मोदी को घेरने के लिए कांग्रेस ये सारी कवायद कर रही है। बता दें मल्लिकार्जुन खरगे ERCP जन जागरण अभियान का श्री गणेश करने के बाद सीएम गहलोत और कांग्रेस नेता के साथ जिलों में ईआरसीपी जनजागरण अभियान यात्रा शुरू किए है।

ईआरसीपी के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरेंगी

इस दौरान कांग्रेस नेता जनसभा को भी संबोधित किए है। इसके लिए कांग्रेस ने पहले से ही सभी तैयारियां कर ली थी . इस जनसभा में 80 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई। यहां कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा ईआरसीपी यात्रा का शुभारंभ हुआ। बता दें कि इस सभा के बाद 20 अक्टूबर को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी राजस्थान के दौरे पर रहेंगी। बता दें कि प्रियंका गांधी भी ईआरसीपी के मुद्दे पर केंद्र सरकार समेत विपक्ष को जमकर घेरेंगी।

ERCP योजना आखिर है क्या ?

चलिए आपको बताते है कि ERCP का मतलब है की पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों के लिए सिंचाई और पेयजल की योजना है। जिससे 2051 तक इन जिलों को पानी की पूर्ति होनी है. ईआरसीपी के योजना को लागू होने से 2.02 लाख हेक्टेयर नई खेती के लिए भूमि तैयार होगी. बता दें कि इससे साथ ही सभी जिलों में पहले से बने 26 बांधों में खेती के लिए उचित मात्रा में पानी उपलब्ध हो सकेगा. वहीं डोल मेला स्थल से यात्रा रथ के रूप में कोटा के इटावा पहुंचेगी। इटावा में भी सभा होगी। मीणा ने बताया कि ईआरसीपी परियोजना राजस्थान के झालावाड़, बारां, कोटा, बूंदी, सवाईमाधोपुर, करौली, धौलपुर, भरतपुर, दौसा, अलवर, जयपुर, अजमेर एवं टोंक सहित 13 जिलों के लिए जीवनदायिनी है।

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