जयपुर। राजस्थान में पूरे तरह से चुनावी रणभेरी शुरू हो गई है। प्रदेश में अगले महीने विधानसभा चुनाव होने को है. राज्य में 200 विधानसभा सीटों के लिए 25 नवंबर को वोटिंग होगी। ऐसे में चुनावी परिणाम 3 दिसंबर को जारी किया जाएगा। इस बार के चुनाव में तकनीकी यंत्र का उपयोग अधिक होने की अनुमान है। ऐसे में राजस्थान का चुनाव काफी रोचक होने वाला है। चुनाव आयोग ने इस साल के चुनाव के लिए मतदाताओं की जरुरत के हिसाब से कई ऐप बनाए हैं। ऐप बनाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि इसके जरिए वोटर्स को चुनावी संबंधी सभी प्रकार की जानकारी ऑनलाइन मुहैया कराया जाएगा।
युवाओं के लिए कारगर
बता दें कि यह ऐप खास तौर पर युवाओं के लिए कारगर साबित हो रहा है। इस ऐप के माध्यम से प्रदेश के युवाओं को लोकतांत्रिक मुद्दों में योगदान देने में काफी सहूलियत हो रही है। बात करें अगर प्रदेश में आचार संहिता की तो चुनावी तिथि की घोषणा के साथ ही प्रदेशभर में आचार संहिता लागू हो चुका है। ऐसे में युवाओं को लोकतंत्र में भागीदारी निभाने के लिए चुनावी घोषणा से लेकर आचार संहिता तक की सभी जानकारी इस ऐप के जरिए मिल रही है।
वोटर्स को जागरूक करना उद्देश्य
चुनावी राज्यों में वोटर्स को जागरूक करने के लिए चुनाव आयोग ने तकनीकी इस्तेमाल से ऐप को लांच किया है। आयोग का मानना हैं कि इस ऐप के जरिए वोटर्स चुनाव संबंधित सभी जानकारी बारीकी के साथ जान सकते है। बता दें कि इस बार का चुनाव रोचक होगा। अभी तक टिकटों को लेकर सभी पार्टी में हलचल मची हुई है। प्रदेशभर में प्रशासन चुनाव को लेकर अलर्ट मोड में दिख रहे है। बता दें चुनाव आयोग की तरफ से वोटर हेल्प लाइन नंबर, सी विजिल, वोटर टर्न आउट सहित कई तरह के ऑनलाइन मोबाइल ऐप जारी किया गया है।
ऐप की खाशियत
चुनावी दौर में ऐसे तकनीकी ऐप का संचालन करना काफी मददगार साबित हो रहा है। इस ऐप की खास बात है कि इसके माध्यम से वोटर्स घर पर बैठें आराम से वोटर आईडी प्राप्त कर रहे है. यही नहीं इस ऐप के जरिए वोटर्स किसी भी प्रकार की चुनाव संबंधित शिकायत डायरेक्ट आयोग के पास कर सकता है। बता दें कि वृद्ध व दिव्यांग मतदाताओं का पंजीयन भी आसानी से इस ऐप के माध्यम से हो रहा है।
हर ऐप का अलग कार्य
चुनाव विभाग की तरफ से किसी प्रकार की अपनी शिकायत दर्ज करने के लिए हेल्पलाइन नम्बर जारी किया गया हैं। बता दें कि साथ ही कोई भी व्यक्ति इस छह विभागिय ऐप के जरिए अपनी सूचनाओं को साझा और प्राप्त कर सकता हैं।
वोटर हेल्प लाइन नम्बर
इस एप के जरिए लोग अपना मतदाता सूची में नाम जोड सकते है। वहीं इस ऐप में नाम, पता संशोधन करने, नाम हटाने, वोटर आईडी को आधार से लिंक करने, मतदाता सूची में नाम खोजने, मतदान केन्द्र विवरण, ई-एपिक डाउनलोड करने की छूट हैं। इससे व्यक्ति वोटर आईडी घर बैठे प्राप्त कर सकता है। वहीं वोटर आईडी में भी संशोधन कर सकता है। इस ऐप के माध्यम से व्यक्ति अपना केवाईसी से लेकर कई तरह की सुविधा का लाभ आसानी से उठा सकता है।