जयपुर। देश भर में फेस्टिव सीजन की शुरुआत हो चुकी है। ऐसे में कई राज्यों में लोकतंत्र का महापर्व भी होने वाला है। राजस्थान में त्योहारों के बीच विधानसभा चुनाव का पर्व भी मनाया जाएगा। बता दें कि अगले महीने विधानसभा चुनाव के लिए 25 नवंबर को मतदान होगा और चुनावी परिणाम 3 दिसंबर को जारी किया जाएगा। राज्य में त्योहारी सीजन और चुनाव को देखते हुए फैसला किया गया है कि इस साल दीपावली से लेकर चुनावी परिणाम तक प्रदेश भर में पटाखे फोड़े जाएंगे।
आतिशबाजी को लेकर प्री बुकिंग
इस बार दीपावली से लेकर वोटिंग रिजल्ट तक प्रदेश भर में पटाखे फोड़े जाएंगे। वहीं इस ख़बर को सुनने के बाद कारोबारी को ख़ुशी मिली है। बता दें कि थोक व्यापारियों ने इस संबंध में आतिशबाजी की प्री बुकिंग भी करा ली है। राज्य में वैरायटी- वैरायटी के पटाखों की खरीदारी तमिलनाडु से होती है। राजस्थान के किशनगढ़ , जयपुर और उदयपुर को पटाखे का केंद्र माना जाता है। इस बार यह अनुमान लगाया जा रहा है कि राजस्थान में करोड़ों से अधिक का व्यापार हो सकता है।
दीपोत्सव पर जमकर आतिशबाजी
राजस्थान में पटाखे फोड़ने को लेकर कई नियम भी बनाए जाते है लेकिन इसके बावजूद भी प्रदेश भर में जमकर आतिशबाजी की जाती है। वहीं पिछले कुछ सालों से देश में ग्रीन आतिशबाजी की सिस्टम जारी है। बता दें कि देश में चीन के पटाखों पर रोक लगा हुआ है लेकिन कई जगहों पर अभी भी यह चलन देखने को मिलता है। पिछले साल दीपावली पर 3 करोड़ से अधिक की आतिशबाजी हुई थी। अनुमान है कि इस साल दीपावली और चुनावी माहौल को देखते हुए आतिशबाजी की बिक्री दुगनी हो सकती है।
व्यापारियों का कहना
राज्य के पटाखा व्यवसायी ने बताया है कि दीपावली पर सामान्य पटाखे की बिक्री होती है, लेकिन चुनाव और शादी समारोह पर अलग-अलग किस्म की पटाखे की जमकर बिक्री होती है। इस बार तो राजस्थान में चुनाव के साथ-साथ हजारों शादियां है जिसमे अनुमान है कि पटाखे की बिक्री दुगनी हो सकती है। साथ ही वह बताते है कि सरकार द्वारा जारी नियम से भी पटाखा व्यवसायी प्रभावित होते है।