जयपुर। ईडी की छापेमारी के बाद सीएम गहलोत ने बीजेपी पर जोरदार हमला बोला था। अब उसके जवाब में बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान सरकार को आड़े हाथों लिया है। इस दौरान केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह ने सीएम गहलोत पर एक के बाद एक कई आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि 70 लाख युवाओं का भविष्य जिस पेपर लीक की घटना के कारण अंधकारमय हुआ, उन 70 लाख युवाओं में किसान, गरीब, दलित, आदिवासी वर्ग के बेटे और बेटियां शामिल थे।
सीएम गहलोत करते हैं कानून बनाने का स्वांग
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि पेपर लीक के मामले में अशोक गहलोत ने बार-बार सख्त कार्रवाई और कानून बनाने का स्वांग भी किया, उन्होंने कई बार बयान भी दिए थे। वहीं जब कार्रवाई का समय आता है तो उनको राजनीतिक प्रतिशोध याद आ जाता है। गजेंद्र सिंह ने कहा कि सीएम गहलोत का ये दोहरा चेहरा और चरित्र अब बेनकाब हो चुका है। अब राजस्थान की जनता जान चुकी है कि किन लोगों की मिलीभगत से RPSC के पेपर लीक हुए थे। वहीं इस दौरान केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सीएम गहलोत पर तंज कसते हुए कहा कि जब बेटे को पूछताछ के लिए बुलाया गया है तो मुख्यमंत्री तिलमिला गए हैं। उनकी तिलमिलाहट और बौखलाहट साफ तौर पर देखी जा सकती है।
70 लाख युवाओं का भविष्य अंधकारमय
बता दें कि दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने यह बयान दिया है। उनका कहना है कि गहलोत सरकार में हुए पेपर लीक की वजह से 70 लाख युवाओं का भविष्य अंधकार मय हो गया। उन्होंने कहा कि अब जब बड़ी मछलियों पर हो रही कार्रवाई हो रही है तो सरकार को धरती हिलती हुई महसूस हो रही है। जब युवाओं को न्याय दिलाने के लिए जांच एजेंसी ने कारवाई शुरू की है तो युवाओं के मन में उम्मीद जागी है। अगर इसमे गोविंद सिंह शामिल पाए जाते हैं तो कार्रवाई होनी चाहिए की नहीं ?