जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। ऐसे में एक ख़बर सामने आ रही है कि कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। उनके ही पार्टी के बड़े नेता ने राजनीति से संन्यास ले लिया है। बता दें इस संन्यास की वजह बताते हुए कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को एक चिट्ठी भी लिखी गई हैं। राजस्थान के दिग्गज कांग्रेसी नेता राजनीति को अलविदा कह दिया है। इस नेता के फैसले पर प्रदेश की जनता और नेता दोनों ने विरोध किया फिर भी वह नहीं माने और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर राजनीति से संन्यास लेने की ऐलान कर दी है। सन्यासी नेता का कहना है कि उनके विधानसभा सीट से युवा कार्यकर्ताओं को मैदान में उतारा जाए। इस दौरान उन्होंने बताया कि अब उन्हें चुनाव लड़ने की इच्छा नहीं है। आपको बता दें कि राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट को पार्टी के दिग्गज नेता के संन्यास लेने से ज्यादा झटका लग सकता है।
बगावत के समय चौधरी साथ रहे
आपको बता दें कि हेमाराम चौधरी कांग्रेस से आठ बार चुनाव लड़ चुके हैं जिसमें उन्हें छह बार सफलता मिली थी। सचिन पायलट के नजदीकी नेता के लिस्ट में हेमाराम चौधरी का नाम शामिल है। सचिन पायलट ने जब 2020 के दौरान पार्टी से बगावत की थी, उस दौरान भी हेमाराम पायलट के साथ नजर आए थे। वहीं हेमाराम चौधरी कई बार सीएम अशोक गहलोत को खरी-खोटी भी सुना चुके हैं।
मारवाड़ के बड़े किसान नेता
हेमाराम चौधरी को मारवाड़ के बड़े किसान नेता के रूप में जाना जाता है। आपको बता दें कि 17 अक्टूबर को हेमाराम को मनाने की कोशिश में हजार समर्थकों ने एक बैठक बुलाई थी। इस दौरान समर्थकों ने हेमाराम को मानते -मानते भावुक हो गए और कई समर्थकों ने तो उनके पैरों पर अपनी पगड़ी उतार कर रख दी। इसके बावजूद भी हेमाराम अपने फैसले को नहीं बदले और मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र में लिखते हुए राजनीति से संन्यास की बात कह डाली। जिसके बाद पार्टी में भूचाल की स्थिति देखी जा रही है।